लखनऊः उत्तर प्रदेश के प्रधान स्वास्थ्य सचिव ए.एम. प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में उत्तर प्रदेश में 96 नमूनों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। 14 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं, उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गयी है। मेरठ 13 के बाद गौतमबुद्धनगर में सबसे ज्यादा 36 मामले सामने आए हैं।
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 24 नये मामले सामने आने के बाद सूबे में कोविड—19 के कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 96 हो गयी है। इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (समेकित रोग निगरानी कार्यक्रम) के संयुक्त निदेशक डॉक्टर विकासेन्दु अग्रवाल ने सोमवार को बताया कि कोविड—19 के 24 नये मामलों में से 14 मेरठ में, सात नोएडा में जबकि आगरा, लखनऊ और बुलंदशहर में एक—एक सामने आया है।
प्रदेश में सबसे ज्यादा 38 मामले नोएडा में आए हैं। इसके अलावा मेरठ में 19, आगरा में 11, लखनऊ में नौ, गाजियाबाद में सात, पीलीभीत और वाराणसी में दो—दो, लखीमपुर खीरी, कानपुर नगर, मुरादाबाद, शामली, जौनपुर, बागपत, बरेली तथा बुलंदशहर में एक—एक मामला सामने आया है। अग्रवाल ने बताया, ‘‘मेरठ में 35 और गाजियाबाद में 28 लोगों को पृथक रखा गया है। गाजियाबाद में एक आवासीय सोसाइटी को बंद कर दिया गया है और उसके पांच किलोमीटर दायरे में आने वाले इलाके को पूरी तरह सील कर दिया गया है। मेरठ शहर के भी कुछ इलाकों को पूरी तरह लॉकडाउन कर दिया गया है। मेरठ और नोएडा में सर्विलांस (निगरानी) में माहिर अधिकारियों को तैनात किया गया है।’’
उन्होंने बताया, ‘‘कोरोना वायरस से संक्रमित तीन और मरीजों को स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है। अब तक 17 मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। इनमें आगरा के आठ, नोएडा के छह, गाजियाबाद के दो और लखनऊ का एक मरीज शामिल है। बाकी जिन मरीजों का इलाज हो रहा है उन सभी की हालत स्थिर है। इस बीच, स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया, ‘‘गौतमबुधनगर में सबसे ज्यादा 38 मामले आये हैं। वहां एक फैक्ट्री के लोग संक्रमित हुए थे। इन 38 में से 31 मामले उसी फैक्ट्री से सम्बन्धित हैं।’’
प्रसाद ने बताया, ‘‘अभी तक कुल 2,430 नमूने जांच के लिये भेजे गये हैं। इनमें से 2,305 की रिपोर्ट नेगेटिव आयी है। जहां एक से ज्यादा मरीजों का क्लस्टर (समूह) बनता है, वहां से तीन किलोमीटर के दायरे में कंटेनमेंट (रोकथाम) की कवायद की जाती है। वहां के एक-एक घर को देखकर पता किया जाता है। अगर किसी व्यक्ति में कोई लक्षण होते हैं तो उसे पृथक रख कर उसके नमूने जांच के लिये भेजे जाते हैं। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर इलाज किया जाता है।’’
उन्होंने बताया कि प्रदेश से अब कोई भी नमूना जांच के लिये एनआईवी पुणे नहीं भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि आईसीएमआर ने अब प्रदेश की प्रयोगशालाओं को अनुमति दे दी है और उनकी जांच रिपोर्ट को ही संक्रमण की पुष्टि के लिए अंतिम माना जाएगा।
प्रसाद ने बताया, ‘‘केन्द्र सरकार ने स्वास्थ्यकर्मियों को 50 लाख रुपये का अतिरिक्त बीमा दिया है। अगर किसी स्वास्थ्यकर्मी के साथ कोविड-19 के इलाज के दौरान कोई दुर्घटना होती है तो उसके परिजन को बीमा का लाभ दिया जाएगा। निजी अस्पतालों के चिकित्साकर्मियों, अनुबंध पर काम कर रहे किसी बाहरी कंपनी के कर्मचारियों या सरकार संविदा कर्मियों को भी इसका लाभ दिया जाएगा।’’ उन्होंने बताया, ‘‘कल से प्रदेश के बाहर से जो लोग आये हैं उन्हें विभिन्न पृथक केन्द्रों में रखा गया है। 780 संदिग्ध लोगों को अलग पृथक केन्द्रों में रखा गया है, अगर उनमें लक्षण दिखते हैं तो उनकी जांच की जाएगी। करीब 10 हजार लोगों को उनके घरों में पृथक रखा गया है।’’
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में सोमवार को एक ही परिवार के तीन सदस्यों सहित चार लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि, कुल संख्या 36 पहुंची। जनपद गौतम बुद्ध नगर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से हो रही वृद्धि को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां आकर अधिकारियों के साथ बैठक की।
प्रशासन से प्राप्त सूचना के अनुसार, उक्त बैठक में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग के आला अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री करीब 2 बजे हेलीकॉप्टर से गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय पहुंचे। उसके बाद उन्होंने गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में ही अधिकारियों के साथ बैठक शुरू की। जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि उक्त बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन को प्रभावी रूप से लागू करने तथा श्रमिकों के पलायन को रोकने पर बातचीत की। खबर लिखे जाने तक बैठक जारी थी।
प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद और नोएडा के अधिक मामले सामने आने पर हालात का जायजा लेने और मुस्तैदी से काम करने के लिये एक वरिष्ठ अधिकारी को भेजने को कहा था। उन्होंने कहा कि हमने वरिष्ठ सहयोगी ए.पी. चतुर्वेदी को एक महीने के लिये तैनात किया है। दोनों ही जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक उन्हें रिपोर्ट देंगे।
प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कोविड—19 संक्रमण परीक्षण के लिये आठ लैब काम कर रही हैं जिनमें से तीन प्रयोगशालाएं लखनऊ में जबकि अलीगढ़, वाराणसी, मेरठ, इटावा और गोरखपुर में एक—एक प्रयोगशाला है। उन्होंने कहा कि अभी तक कुल 2284 सैम्पल लिये गये हैं जिनमें से 2171 नेगेटिव आये हैं और 45 अभी टेस्टिंग की प्रक्रिया में हैं।