पटना: देश भर में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है। पिछले 24 घंटे में देश भर में कोरोना संक्रमण से करीब 126 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, हर रोज हजारों मामले सामने आ रहे हैं। बिहार में भी कोरोना वायरस अपना पैर तेजी से फैला रहा है। ऐसे में नीतीश कुमार की सरकार ने सभी अस्पतालों के डॉक्टरों को अनिवार्य रूप से अपने काम पर रहने का निर्देश दिया है।
इसी बीच खबर है कि प्रदेश में करीब 350 डॉक्टरों ने काम पर जाने से मना कर दिया है। सभी डॉक्टर अलग-अलग वजहों से काम पर नहीं गए हैं। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, इनमें से ज्यादातर डॉक्टरों ने पर्याप्त संसाधन के अभाव में काम पर नहीं गए हैं।
इस संबंध में बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा है कि इस महामारी में हम अपने योद्धाओं के प्रति अत्यधिक सम्मान रखते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि काम पर नहीं जा रहे डॉक्टरों से हमने बात की है और यह महसूस किया गया कि उन्हें नियमों से अवगत कराने की आवश्यकता है। इसके आगे मंगल पांडे ने कहा कि यही वजह है कि नियम से अवगत कराने के लिए प्रदेश के 350 से अधिक डॉक्टरों को काम नहीं जाने की वजह से कारण बताओ नोटिस भेजा जा रहा है।
बता दें कि बिहार में कोरोना वायरस ने 32 जिलों में अपना पैर पसार लिया है। मंगलवार को इसके आठ और नए मरीज मिले, जिनमें कटिहार के पांच, पूर्णिया, सिवान, कैमूर और सिवान जिले के एक-एक हैं। बुधवार को मधुबनी में मिले एक मरीज के साथ कोरोना का खाता खुला। इस तरह बिहार में अब कोरोना मरीजों की संख्या 537 हो चुकी है, जिनमें से चार मरीजों की मौत हो चुकी है और 160 अबतक स्वस्थ हो चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि मंगलवार को नालंदा मेडिकल कॉलेज में कोरोना का इलाज करा रहे 31 और लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि कुल 535 संक्रमितों में से अब तक 160 लोग ठीक हो चुके हैं।