कूच बिहार गोलीबारी: ममता ने केंद्रीय बलों की ‘आत्मरक्षा’ वाली दलील पर संदेह जताया
By भाषा | Published: April 10, 2021 11:12 PM2021-04-10T23:12:49+5:302021-04-10T23:12:49+5:30
सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल), 10 अप्रैल कूच बिहार में गोलीबारी में चार लोगों की मौत के संदर्भ में केंद्रीय बलों द्वारा “आत्मरक्षा में” यह कदम उठाये जाने की दलील पर सवाल खड़ा करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार इस घटना की सीआईडी जांच कराएगी।
बनर्जी ने कहा कि केंद्रीय बलों के दावे के पक्ष में कोई भी वीडियो फुटेज या अन्य कोई सबूत नहीं है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, निर्वाचन आयोग के विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे द्वारा दी गई शुरुआती रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 350-400 लोगों की भीड़ ने केंद्रीय बलों को घेर लिया जिसके बाद उन्होंने “आत्म-रक्षा” में गोली चलाई।
उत्तर बंगाल के सबसे बड़े शहर सिलीगुड़ी में संवाददाताओं से बात करते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘ यह बात (आत्म रक्षा में गोली चलाने की) कहां से आयी। उनकी तरफ से कौन घायल हुआ? क्या कोई फुटेज है? लोगों की हत्या करने के बाद वे अपनी इस हरकत का बचाव कर रहे हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस घटना से जुड़ी परिस्थितियों का पता लगाने के लिए सीआईडी जांच करायी जाएगी।’’
उन्होंने कहा, "पुलिस अब चुनाव आयोग के अधीन है। लेकिन एक निर्वाचित सरकार के प्रमुख के रूप में, यह मेरा कर्तव्य है कि मैं सीआईडी जैसे संगठन द्वारा जांच का आदेश दूं जो यह पता लगा सके कि घटना के पीछे कौन लोग थे, यह कैसे हुआ और अन्य विवरणों का पता लग सके।"
बनर्जी ने इस घटना को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की और हैरानी जताई कि किसके “निर्वाचन आयोग और केंद्रीय बलों के कामकाज में सीधे दखल” के कारण यह ज्यादती हुई।
उन्होंने कहा, “सुरक्षा बलों के आत्म रक्षार्थ गोली चलाने का झूठ बोलने के बजाय प्रधानमंत्री को माथाभंगा अस्पताल जाना चाहिए था जहां शवों को रखा गया है। उन्हें घायलों और मृतकों के परिजनों से मिलना चाहिए था।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिन में सिलीगुड़ी में एक चुनावी सभा को संबोधित किया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। इसके अलावा उन्होंने निर्वाचन आयोग से घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया।
बनर्जी ने कहा कि वह रविवार सुबह माथाभंगा अस्पताल का दौरा करेंगी।
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री हर दिन हमें धमकी दे रहे हैं। राज्य में अनुच्छेद 356 (राष्ट्रपति शासन) जैसी स्थिति हो गई है।"
उन्होंने कहा, "मैंने निष्पक्ष चुनाव की अपील की क्योंकि सुरक्षा बल अमित शाह के निर्देश पर लोगों को डरा रहे हैं।"
बनर्जी ने कहा, "वे (ईसी) मुझ पर आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि मैं इस हिंसा के खिलाफ बोल रही हूं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।