मनीष तिवारी ने पीएम मोदी के 'ईस्ट इंडिया कंपनी' के तंज पर कहा, "सबको पता है कौन अंग्रेजों के साथ था"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 26, 2023 10:44 AM2023-07-26T10:44:57+5:302023-07-26T10:49:50+5:30
कांग्रेस के मनीष तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा और आरएसएस पर व्यंग्य करते हुए कहा कि इतिहास गवाह है और देश का एक-एक बाशिंदा जानता है कि जब कांग्रेस आजादी के लिए लड़ रही थी तो कौन अंग्रेजों के साथ थे।
नयी दिल्ली: कांग्रेस पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विपक्षी गठबंधन की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन मुजाहिदीन से करने को लेकर बेहद खफा है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को यह बात बेहद नागवार गुजरी है और इसे लेकर वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुखर आलोचना भी कर रही है।
इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला है और कहा कि नरेंद्र मोदी इस देश के प्रधानमंत्री हैं, न कि एक दल विशेष के। इसिलए उनके द्वारा विपक्षी दलों के गठबंधन को ईस्ट इंडिया कंपनी या इंडियन मुजाहिदीन सरीखे बताना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन मुजाहिदीन को लेकर की गई पीएम मोदी की टिप्पणी पर कहा, "प्रधानमंत्री मोदी को मुगालता है, विपक्ष कभी इंडियन मुजाहिदीन नहीं था लेकिन "मरजीवरस" जरूर है। जिसका अर्थ है जीवित विवाह। पीएम उन लोगों के लिए ईस्ट इंडियन कंपनी की बात कर रहे थे जिन्होंने इस देश के उस कंपनी को भागने पर मजबूर किया।"
इसके साथ ही मनीष तिवारी ने बेहद तल्ख लहजे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा और आरएसएस पर व्यंग्य करते हुए कहा, ''इतिहास गवाह है और इस देश का एक-एक बाशिंदा जानता है कि जब कांग्रेस आजादी के लिए लड़ रही थी तो कौन-कौन थे, जो अंग्रेजों के साथ मिले थे''
मालूम हो कि बीते मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में आयोजित भाजपा संसदीय बैठक के दौरान विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम बदलने और यूपीए से इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) करने पर जबरदस्त हमला किया। पीएम मोदी ने भाजपा सांसदों से कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन इंडियन मुजाहिदीन के साथ-साथ पीएफआई भी 'इंडिया' शब्द का इस्तेमाल करते हैं तो उससे क्या हो जाता है। विपक्ष इंडिया नाम रखकर लोगों को गुमराह नहीं कर सकता।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस कठोर टिप्पणी पर बेहद नाराज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन में कहा कि प्रधानमंत्री मणिपुर पर आखिर इतने डरे क्यों हैं कि संसद में मणिपुर पर नहीं बोलना चाहते हैं और विपक्षी दलों की तुलना "ईस्ट इंडिया कंपनी" से करने लगे।