BJP सांसद ने कहा- शिवसेना ने नाथूराम गोडसे को बताया देशभक्त, कांग्रेस सत्ता के लिए किसी भी सीमा तक जा सकती है
By रामदीप मिश्रा | Updated: November 29, 2019 13:23 IST2019-11-29T13:22:19+5:302019-11-29T13:23:03+5:30
प्रज्ञा ने बुधवार को लोकसभा में एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान उस वक्त विवादित टिप्पणी की थी जब द्रमुक सदस्य ए राजा बोल रहे थे। प्रज्ञा की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया था।

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे लोकसभा में।
लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की भोपाल से सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नाथूराम गोडसे पर दिए गए अपने बयान पर माफी मांग ली है, जिसके बाद बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की मांग की। साथ ही साथ कांग्रेस पर महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर हमला बोला।
निशिकांत दुबे ने प्रज्ञा ठाकुर को 'आतंकवादी' कहने के लिए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की मांग की। साथ ही साथ कहा कि कांग्रेस ने महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सरकार बनाई। शिवसेना ने नाथूराम गोडसे को 'सामना' में देशभक्त कहा है। कांग्रेस सत्ता और लालच के लिए किसी भी सीमा तक जा सकती है।
BJP MP Nishikant Dubey in Lok Sabha: Congress has made government with Shiv Sena in Maharashtra. Shiv Sena called Nathuram Godse a patriot in 'Saamna'. Congress satta aur lalach ke liye kisi bhi seema tak ja sakti hai. pic.twitter.com/hZ8nFILrgI
— ANI (@ANI) November 29, 2019
बता दें कि राहुल गांधी ने प्रज्ञा की विवादित टिप्पणी का हवाला देते हुए ट्वीट किया कहा था कि आतंकवादी प्रज्ञा ने आतंकवादी गोडसे को देशभक्त बताया। यह भारत के संसद के इतिहास का एक दुखद दिन है।
राहुल गांधी ने दावा किया था कि यह बीजेपी और आरएसएस की 'आत्मा' है जिसे वे छिपा नहीं सकते। उन्होंने कहा था कि बीजेपी के लोग महात्मा गांधी की कितनी भी पूजा कर लें, लेकिन उनकी आत्मा यही है।
गौरतलब है कि प्रज्ञा ने बुधवार को लोकसभा में एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान उस वक्त विवादित टिप्पणी की थी जब द्रमुक सदस्य ए राजा बोल रहे थे। प्रज्ञा की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया था।
इधर, शुक्रवार को प्रज्ञा ठाकुर द्वारा सदन में बयान देने के बाद लोकसभा में विपक्षी नेताओं द्वारा हंगामा किया गया। विपक्षी नेताओं ने महात्मा गांधी के जयकारे लगाए। इसके बाद प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि उनकी टिप्पणी को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। सदन के एक सदस्य ने मुझे 'आतंकवादी' बताया। यह मेरी गरिमा पर हमला है। अदालत में मेरे खिलाफ कोई आरोप साबित नहीं हुआ है।