तिरुवनंतपुर, 10 नवंबर केरल में विपक्षी कांग्रेस नीत यूडीएफ ने बुधवार को राज्य विधानसभा से बहिर्गमन किया। विपक्ष का आरोप है कि मुल्लापेरियार में बेबी बांध के पास पेड़ काटने से संबंधित हाल में जारी विवादित आदेश के बारे में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को जानकारी थी और वाम सरकार ने इस संबंध में सदन को गुमराह किया है।
यह मुद्दा उठाते हुए वीडी सतीशन ने कहा कि वन मंत्री एके शशिन्द्रन और जल संसाधन मंत्री रोजी ऑगस्टाइन ने मामले को लेकर विरोधाभासी बयान दिए।
उन्होंने कहा कि शशिन्द्रन ने पहले सदन को सूचित किया था कि केरल और तमिलनाडु की ओर मुल्लापेरियार में कोई संयुक्त निरीक्षण नहीं किया गया है।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि ऑगस्टाइन की ओर से बिजली मंत्री के. कृष्णकुट्टी ने आज विधानसभा में विपरीत रूख लिया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि 11 जून को मुल्लापेरियार में दोनों राज्यों के अधिकारियों का संयुक्त निरीक्षण पूर्व नियोजित था।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु को पेड़ काटने की अनुमति देने का आदेश संयुक्त निरीक्षण के बाद जारी किया गया था और अब मंत्री दावा कर रहे हैं कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
कांग्रेस-यूडीएफ के सदस्यों ने बाद में इस मुद्दे पर सरकार के रुख का विरोध करते हुए सदन से बहिर्गमन किया।
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