लाइव न्यूज़ :

IIT मंडी के निदेशक पर भड़के कांग्रेस नेता जयराम नरेश, कहा- वे पद पर बने रहने के लायक नहीं, लक्ष्मीधर बेहरा ने आपदा के लिए मांसाहार को जिम्मेदार बताया था

By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: September 08, 2023 2:50 PM

आईआईटी मंडी के निदेशक लक्ष्मीधर बेहरा ने छात्रों से मांस न खाने का संकल्प लेने को कहा और यह दावा किया कि हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं जानवरों के प्रति क्रूरता के कारण हो रही हैं।

Open in App
ठळक मुद्देआईआईटी मंडी के निदेशक अजीब बयानभूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं का कारण मांस खाने को बतायाकांग्रेस नेता जयराम नरेश ने जताई नाराजगी

शिमला: हिमाचल प्रदेश ने बीते महीनों मॉनसून के दौरान जलप्रलय देखा। भारी बारिश और बाढ़ ने राज्य को बुरी तरह प्रभावित किया और हजारों करोड़ का नुकसान हुआ। राज्य में कई सड़कें बह गईं और रेलवे लाइनों समेत बड़े भवन पानी में समा गए। लेकिन इस भयंकर तबाही की वजह के बारे में आईआईटी मंडी के निदेशक लक्ष्मीधर बेहरा ने एक ऐसा बयान दिया है जिसकी सोशल मीडिया पर खूब आलोचना हो रही है।

आईआईटी मंडी के निदेशक लक्ष्मीधर बेहरा ने छात्रों से मांस न खाने का संकल्प लेने को कहा और यह दावा किया कि हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं जानवरों के प्रति क्रूरता के कारण हो रही हैं। लक्ष्मीधर बेहरा के बयान का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 

उन्होंने दावा किया, "जानवरों को काटना बंद करें। आप वहां जानवरों को काट रहे हैं...निर्दोष जानवरों को। इसका पर्यावरण के क्षरण के साथ भी सहजीवी संबंध है। जो आप अभी देख नहीं सकता लेकिन है। अगर हमने ऐसा किया तो हिमाचल प्रदेश का भारी पतन हो जाएगा। बार-बार भूस्खलन, बादल फटना और कई अन्य चीजें हो रही हैं, ये सभी जानवरों पर क्रूरता का प्रभाव है।  " 

उन्होंने छात्रों से "नो मीट ईटिंग" नारा लगाने को कहा। साथ ही  छात्रों से पूछा कि अच्छे इंसान बनने के लिए, आपको क्या करना होगा? मांस खाना नहीं! हां या नहीं? 

आईआईटी मंडी के निदेशक लक्ष्मीधर बेहरा के बयान का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ भी आनी शुरू हो गई। कांग्रेस नेता जयराम नरेश ने एक्स पर लिखा कि वे निदेशक पद पर बने रहने के लायक नहीं हैं। वो इस पद पर जितना अधिक समय तक रहेंगे, उतना ही ज्यादा वैज्ञानिक नजरिए को नुकसान पहुंचेगा।

बता दें कि मानसून की शुरुआत के बाद से पहाड़ी राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में लगभग 250 लोगों की मौत हो गई है। अकेले लोक निर्माण विभाग को 2,913 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसके अलावा पर्यटन उद्योग को भी भारी नुकसान हुआ है।

टॅग्स :IITहिमाचल प्रदेशबाढ़Himachal PradeshFlood
Open in App

संबंधित खबरें

भारतLok Sabha Elections 2024: 'कांग्रेस देश में धार्मिक आधार पर आरक्षण का समर्थन नहीं करती है', जयराम रमेश ने किया दावा

क्राइम अलर्टShimla Girl Murder: होटल में 26 वर्षीय युवती का शव बैग से बरामद, स्टाफ ने पुलिस को दी सूचना, साथ आया युवक अरेस्ट, हत्या के पीछे का मकसद और दोनों के बीच आखिर क्या है रिश्ता...

भारतLok Sabha Elections 2024: "प्रधानमंत्री जी अभी तक राहुल गांधी के दिये 'बहस के निमंत्रण' को स्वीकार करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए हैं", जयराम रमेश का मोदी पर तीखा हमला

भारतLok Sabha Elections 2024: "नरेंद्र मोदी की भाषा में केवल 'जहर' है, भाजपा में कोई 'लहर' नहीं है", जयराम रमेश ने किया तीखा हमला

विश्वNorth Afghanistan Flash Floods: एक दिन में 50 की मौत, बघलान में बारिश के बाद बाढ़, घरों और संपत्तियों को नुकसान, कई लापता

भारत अधिक खबरें

भारतLok Sabha Elections 2024: पांचवें चरण के चुनाव में शुरू हुई 49 सीटों पर वोटिंग, दिग्गज राजनीतिक घरानों की साख लगी है दांव पर

भारतWeather News: भीषण गर्मी से घर से निकलना मुश्किल, गर्मी का सितम ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, कई शहर में तापमान 45 डिग्री से पार, बच के रहिए, जानें हालत

भारतLok Sabha Elections 2024: पांचवे चरण के लिए वोटिंग आज, रायबरेली-अमेठी संग यूपी की इन 14 सीटों पर होगा मतदान

भारतडॉ. विजय दर्डा का ब्लॉग: वो मर गए...आपके रिश्तेदार तो थे नहीं..!

भारतVIDEO: यूपी में बीजेपी उम्मीदवार को 8 बार वोट देने वाले शख्स का वीडियो वायरल, विपक्ष ने की जाँच की माग, केस दर्ज