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कांग्रेस-भाजपा पांचों चुनावी राज्यों में तैनात कर रहे हैं कर्नाटक के पार्टी प्रचारकों को

By अनुभा जैन | Updated: October 11, 2023 13:38 IST

कांग्रेस और भाजपा पांच चुनावी राज्यों यानी मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में पार्टी के प्रचार के लिए कर्नाटक से अनुभवी प्रचारकों को तैनात कर रही हैं।

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ठळक मुद्देकांग्रेस और भाजपा पांचों चुनावी राज्यों में कर्नाटक से अपने नेताओं को तैनात कर रही हैइन राज्यों में कांग्रेस ने कर्नाटक से 33 मंत्री और बीजेपी ने 66 विधायकों को चुनावी कार्यों में लगाया हैकांग्रेस ने एमपी और तेलंगाना डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को प्रभारी बनाया है

बेंगलुरु:कांग्रेस और भाजपा पांच चुनावी राज्यों यानी मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में पार्टी के प्रचार के लिए कर्नाटक से अनुभवी प्रचारकों को तैनात कर रही हैं। इन राज्यों में कांग्रेस की ओर से 33 मंत्री और बीजेपी की ओर से 66 विधायकों के साथ वरिष्ठ पदाधिकारी तैनात करने का फैसला किया गया है।

बीजेपी के ज्यादातर नेताओं की तैनाती पड़ोसी राज्य तेलंगाना में की गई है। इससे पहले कर्नाटक भाजपा के 45 विधायकों ने बीते अगस्त में ही विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के प्रचार का काम किया था। करीब 20 विधायक जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं और कई कार्यकर्ता अगले सप्ताह चले जायेंगे।

बीवाई विजयेंद्र, राज्य भाजपा अध्यक्ष और बीएस येदियुरप्पा के बेटे के पास तेलंगाना के विकाराबाद जिले के चार निर्वाचन क्षेत्रों का प्रभार है। वहीं धारवाड़ के केंद्रीय विधायक और राज्य भाजपा महासचिव महेश तेंगनाकी पालकुर्थी विधानसभा सीट के प्रभारी हैं।

इसी तरह कांग्रेस नेतृत्व भी 5 राज्यों में जमीनी स्तर पर अपने पदाधिकारियों की नियुक्ति चाहता है क्योंकि पार्टी कर्नाटक मॉडल का पालन करने पर जोर दे रही है। जिसने मई के विधानसभा चुनावों में महत्वपूर्ण संख्या में वोट हासिल किए थे।

इसी क्रम में कांग्रेस के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार एमपी और तेलंगाना के प्रभारी बन गये हैं। वहीं अनुभवी विधायक बीके हरिप्रसाद को राजस्थान में तैनात किया गया है।

लेकिन इस कदम से बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस में भी चिंता बढ़ गई है। चिंता की बात यह है कि मंत्रियों की अनुपस्थिति से पार्टी के अन्य महत्वपूर्ण काम धीमे हो जाएंगे और साथ ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और विधानमंडल में विपक्ष के नेताओं की नियुक्ति के मुद्दे में भी देरी होगी।

मामले में राज्य कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सलीम अहमद ने कहा, “कार्यकर्ताओं को बैचस में काम करने के लिए भेजा जाएगा। कर्नाटक हमेशा हमारी प्राथमिकता रहेगा।”

इधर बीजेपी की ओर से एमपी में जबलपुर संभाग के प्रभारी पूर्व विधायक सीटी रवि ने कहा कि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष और विपक्ष के नेताओं के पद जल्द भरे जाएंगे। चुनाव कार्य पार्टी के इन कार्यों में बाधा नहीं बनेगा।

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