वाणिज्यिक फिल्मों में खामी वाले किरदार लिखने का अवसर नहीं होता : निर्देशक शशांक खेतान

By भाषा | Published: April 2, 2021 06:47 PM2021-04-02T18:47:05+5:302021-04-02T18:47:05+5:30

Commercial films do not have the opportunity to write flawed characters: director Shashank Khaitan | वाणिज्यिक फिल्मों में खामी वाले किरदार लिखने का अवसर नहीं होता : निर्देशक शशांक खेतान

वाणिज्यिक फिल्मों में खामी वाले किरदार लिखने का अवसर नहीं होता : निर्देशक शशांक खेतान

मुंबई, दो अप्रैल ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ के लेखक-निर्देशक शशांक खेतान ने कहा कि उन्हें ऐसे पात्रों को गढ़ना रोमांचित करता हैं, जिनमें खामियां होती हैं लेकिन वाणिज्यिक फिल्मों में हमेशा ऐसा संभव नहीं हो पाता।

खेतान ‘अजीब दास्तान्स’ के साथ ऑनलाइन प्रसारण माध्यम नेटफ्लिक्स पर आ रहे हैं। इस फिल्म में चार लघु फिल्में हैं और यह आधुनिक दौर के रिश्तों को लेकर ईर्ष्या, हक, पूर्वाग्रह और दमघोंटू माहौल पर आधारित हैं। इसका निर्माण करण जौहर ने किया है।

खेतान की लघु फिल्म में ‘पाताल लोक’ के अभिनेता जयदीप अहलावत और ‘दंगल’ की अभिनेत्री फातिमा सना शेख पति और पत्नी की भूमिका में हैं। अरमान रल्हन भी इस रिश्ते में तीसरे कोण के रूप में हैं।

‘अजीब दास्तान्स’ के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में खेतान ने कहा, ‘‘ सबसे रोमांचित करने वाली बात यह रही कि मैं सामान्य वाणिज्यिक फिल्मों में जिन पात्रों को नहीं गढ़ पाता हूं, उन्हें मैं यहां लिख रहा था। वाणिज्यिक फिल्मों में हम ज्यादा खामी वाले पात्र को नहीं लिखना चाहते हैं, वहां हम सपाट या सामान्य पात्र चाहते हैं।’’

निर्देशक ने कहा, ‘‘ इसलिए जब मैं लघु फिल्म के लिए इन किरदारों को लिख रहा था तो काफी रोमांचित था। ये बहुआयामी किरदार हैं। सबसे बड़ी बात है कि वे खामी से भरे किरदार हैं…यही उनकी खासियत है। आपको यहां पूर्णता में नहीं, बल्कि खामियों के पीछे जाना होता है।’’

अहलावत ने कहा, ‘‘ मैंने इससे पहले कभी ऐसा किरदार नहीं लिखा था। जब शशांक ने मुझे यह कहानी सुनाई तो थोड़ी देर के लिए मैंने यह सोचा कि मैं इसे करने में सक्षम नहीं हूं। लेकिन फिर मैंने सोचा कि एक लघु फिल्म में इस तरह की बड़ी बात कहने का बड़ा अवसर है। ....भले ही पर्दे पर इसे अदा करना कठिन हो लेकिन मैं यह चुनौती स्वीकार करने के लिए तैयार हो गया।’’

वहीं उनकी सह-कलाकार फातिमा सना शेख ने कहा कि पर्दे पर पहली बार इस तरह का पेचीदा किरदार करने के बारे में वह सोचकर रोमांचित थीं। उन्होंने कहा कि इसमें उनका किरदार एक ही समय में मजबूत भी है और कमजोर भी।

यह फिल्म 16 अप्रैल को रिलीज होगी।

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Web Title: Commercial films do not have the opportunity to write flawed characters: director Shashank Khaitan

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