"पेगासस का विकल्प है 'कॉग्निटो' जासूसी सॉफ्टवेयर...", कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर लगाया बड़ा आरोप
By अंजली चौहान | Published: April 10, 2023 05:44 PM2023-04-10T17:44:05+5:302023-04-10T17:54:07+5:30
पवन खेड़ा ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया, "मैं समझता हूँ कि सत्तारूढ़ दल विपक्ष से नफरत करता है लेकिन उन्होंने अपने मंत्रियों पर जासूसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया।"
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सोमवार को एक प्रेंस कॉन्फ्रेंस के जरिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। पवन खेड़ा ने कहा, "केंद्र की बीजेपी सरकार 986 करोड़ की लागत से पेगासस प्रकार का जासूसी सॉफ्टवेयर 'कॉग्निटो' खरीदने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इसका इस्तेमाल राजनेताओं मीडिया, कार्यकर्ताओं और गैर सरकारी संगठनों पर जासूसी करने के लिए किया जाएगा।
कांग्रेस प्रवक्ता खेड़ा ने कहा कि चूंकि पेगासस बदनाम हो गया है, इसलिए 'मिनिमम गवर्नेंस-मैक्सिमम सर्विलांस' वाली सरकार बाजार में एक नए स्पाईवेयर की तलाश कर रही है।
पेगासस जब बदनाम हो गया तो 'मिनिमम गवर्नेंस-मैक्सिमम सर्विलेंस' वाली सरकार नया स्पाईवेयर मार्केट में ढूंढ रही है।
— Bihar Congress (@INCBihar) April 10, 2023
ये नया स्पाईवेयर पेगासस का विकल्प है।
Cognyte स्पाईवेयर को खरीदने में हमारा-आपका 986 करोड़ रुपये खर्च होगा।
: @Pawankhera जी pic.twitter.com/8gy6XhbAlE
पवन खेड़ा ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया, "मैं समझता हूँ कि सत्तारूढ़ दल विपक्ष से नफरत करता है लेकिन उन्होंने अपने मंत्रियों पर जासूसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया।"
उन्होंने कहा, "इस देश के '2 जासूस' किसी पर भरोसा नहीं करते, यहां तक कि कानून और मीडिया पर भी नहीं। इसलिए वे करदाताओं के करोड़ों रुपये जासूसी सॉफ्टवेयर और इजरायली तकनीक खरीदने में खर्च कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि वह ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि बादशाह को डर है कि कहीं हमारी एक सच्चाई से उनके झूठ का खोखला महल ढह न जाए।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि सरकार विपक्ष, पत्रकारों, न्यायपालिका, नागरिकों और यहां तक कि अपने मंत्रियों की जासूसी करने के लिए तकनीक का इस्तेमाल करती है।
खेड़ा ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कितने लोग 'कॉग्निटो' के बारे में नहीं जानते थे लेकिन यह पेगासस के समान काम करता था और मीडिया के बीच कम चर्चा में था।
इस देश के जो '2 जासूस' हैं, उन्हें किसी पर भरोसा नहीं है।
— Congress (@INCIndia) April 10, 2023
इसलिए ये हमारे और आप जैसे करदाताओं का करोड़ों रूपया जासूसी सॉफ्टवेयर खरीदने में लगा रहे हैं।
ये ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि शहंशाह को डर है कि कहीं उसका झूठ का खोखला महल हमारे एक सच से गिर न जाए।
: @Pawankhera जी pic.twitter.com/8SdM8qyOOt
भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के सामने सवाल रखते हुए खेड़ा ने कहा, "हम सरकार से पूछना चाहते हैं कि किस मंत्रालय को इस कॉग्नाइट सॉफ्टवेयर को खरीदने का काम दिया गया है और इस पर कितना खर्च किया गया। हम उनसे यह भी आग्रह करते हैं कि वे हमें बताएं कि इस सॉफ्टवेयर को किस आधार पर अंतिम रूप दिया जा रहा है जिसके बारे में बहुत कम जानकारी है।"
हालांकि, एक अमेरिकी कानूनी फर्म ने कहा कि कॉग्नाइट पत्रकारों, विपक्षी नेताओं और उनके परिवारों को नियमित रूप से निशाना बनाता है और उनके बारे में जानकारी प्रस्तुत करने के लिए अनैतिक तरीकों का उपयोग करता है और कहा कि नॉर्वे सॉवरेन वेल्थ फंड ने अनियमितताओं के कारण कॉग्नाइट के शेयरों को डंप कर दिया था।