CM Yogi in Ayodhya: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को अयोध्या पहुंचे। श्री अयोध्या धाम में 'अष्टोत्तरशत 108 श्रीमद्भागवत पाठ, पंच नारायण महायज्ञ' के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। सीएम ने कहा कि याद रखना! विरासत को विस्मृत करके हम भौतिक विकास को स्थायी नहीं बनाए रख सकते हैं। अगर विश्व मानवता को बचाना है, तो उसका एक ही मार्ग है- सनातन धर्म का सम्मान करो। सनातन धर्म सुरक्षित है, तो दुनिया में सभी सुरक्षित हैं। 'सनातन धर्म' ही भारत का 'राष्ट्रीय धर्म' है। जिन कारणों से देश को गुलामी की बेड़ियों को झेलने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कि हमारे पवित्र धर्म स्थलों को अपमानित होना पड़ा था। फिर ऐसी स्थिति पैदा न हो, इसके लिए अभी से हर भारत वासी को तैयार होना होगा। वैश्विक सभ्यता को संरक्षित करने के लिए सनातन धर्म का सम्मान और सम्मान करने के महत्व पर जोर दिया। अयोध्या में एक कार्यक्रम में बोलते हुए सीएम योगी ने कहा कि भारत के संतों ने प्राचीन ज्ञान के बारे में बात की।
जिसमें "वसुधैव कुटुंबकम" पूरी दुनिया को एक परिवार बताया। उन्होंने यह भी कहा कि यह धर्म हमेशा अन्य धर्मों और समुदायों के प्रति दयालु रहा है और उन्हें आश्रय प्रदान करता है, खासकर संकट के समय योगी आदित्यनाथ ने सवाल उठाया कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले हिंदुओं को ऐसा सम्मान क्यों नहीं दिया गया है।
बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में जब हिंदुओं को निशाना बनाया गया और नष्ट कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने बताया कि इतिहास में काशी, अयोध्या, संभल और भोजपुर जैसे हिंदुओं के मंदिरों पर बार-बार हमले किए गए और उन्हें अपवित्र किया गया। योगी आदित्यनाथ के एक आंसू ने मुगल सम्राट औरंगजेब के बच्चों का भी जिक्र किया।
उन्होंने औरंगजेब के परिवार के सदस्य पर एक घटना सुनाई, जो उनके अनुसार, कोलकाता के पास रिक्शा चलाते हुए पाया गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर औरंगजेब और उसके परिवार ने हिंदू धर्म और उसके पूजा स्थलों को नुकसान नहीं पहुंचाया होता तो औरंगजेब का परिवार बाद की पीढ़ियों में दुर्भाग्य का शिकार नहीं होता।