दिल्ली नहीं बिहार पर ध्यान दीजिए, इतना काम से नहीं होगा और काम, सीएम नीतीश ने दी नसीहत, जानें
By एस पी सिन्हा | Published: January 3, 2023 05:31 PM2023-01-03T17:31:13+5:302023-01-03T17:33:34+5:30
बिहारः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव की तरफ इशारा करते हुए कहा कि समझ गए ना चीफ सेक्रेटरी साहब। भागिए मत, आप सब लोग रहिए और सब से बात करिए। सबसे राय लीजिए और उस पर अमल करिए।
पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज जल-जीवन-हरियाली दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए और प्रदर्शनी को देखा। लेकिन मुख्यमंत्री जल-जीवन-हरियाली के क्षेत्र में किये गए कामों से खुश नहीं दिखे। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इतना काम से नहीं होगा और काम करना होगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आईएएस अधिकारियों से दिल्ली की ओर ध्यान नहीं देने की नसीहत भी दे दी। उन्होंने कहा कि हम आपलोगों को कितना सम्मान देते हैं, दिल्ली की तरफ ध्यान मत दीजिए, यहीं पर ध्यान दीजिए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग गलतफहमी फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित करने का काम अधिकारियों को करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव की तरफ इशारा करते हुए कहा कि समझ गए ना चीफ सेक्रेटरी साहब। भागिए मत, आप सब लोग रहिए और सब से बात करिए। सबसे राय लीजिए और उस पर अमल करिए। मुख्यमंत्री ने आईएएस अधिकारियों से कहा कि आप लोग पुरस्कार के लिए दिल्ली मत लिखिए।
पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की तरफ इशारा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये क्यों किये हुए हो....क्या बात है? संबोधन के अंत में नीतीश ने मजाकिया लहजे में प्रत्यय अमृत से कहा कि आप मेरी बात पर हंस नहीं रहे हैं? आपको हमारी बात अच्छी नहीं लगी क्या? मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन हरियाली कार्यक्रम में संतोषजनक काम नहीं हुआ है।
नीतीश कुमार ने कहा कि काम को और तेज करवायें। इतना काम से नहीं होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जीविका दीदी के द्वारा जल जीवन हरियाली कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार कराया जाए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल संसाधन विभाग के सचिव संजय अग्रवाल को कहा कि आपको तो सब कुछ जानकारी है, उठ कर खड़ा होकर बताइए, जो मैंने 1998 में कहा था।
आज उसका कितना फायदा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कुआं-तालाबों व जल श्रोतों का जीर्णोद्धार कराया है। बाकि जो भी छुटे हुए काम हैं उसे पुरा करायें। उन्होंने सभी जिलों के डीएम और सभी विभाग के सचिवों से कहा कि हर सप्ताह आप जायजा लीजिए। आप लोग बैठक करते हैं, बैठक करने का मतलब ऐसे ही थोड़े हैं, बैठक में पूरी समीक्षा करिए। उसके बाद उस पर अमल करिए।