दिसपुर: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को दिल्ली के अपने समकक्ष अरविंद केजरीवाल की गुवाहाटी में एक रैली के दौरान उनकी टिप्पणियों को लेकर आलोचना की है। उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख को ‘डरपोक’ बताते हुए कहा कि उनकी ‘वीरता’ विधानसभा के भीतर तक ही सीमित है।
क्या कहा सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने
सीएम सरमा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘उन्होंने दिल्ली विधानसभा में मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, लेकिन मैं उन पर कार्रवाई नहीं कर सकता क्योंकि उन्हें नियमों के तहत संरक्षण प्राप्त है। मैंने उन्हें सदन के बाहर वही आरोप दोहराने की चुनौती दी थी और फिर मैं उन्हें अदालत में देखूंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यहां कुछ भी कहने की उनकी (केजरीवाल) हिम्मत नहीं हुई। उन्होंने बहुत ‘अनाप-शनाप’ बोला, लेकिन मेरे खिलाफ आरोपों पर कुछ नहीं कहा।’’
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने मानहानि का मुकदमा दायर करने की दी थी धमकी
बता दें कि इससे पहले असम के मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को चेतावनी दी थी कि यदि केजरीवाल ने विधानसभा के बाहर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाये तो वह ‘आप’ प्रमुख के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे। शर्मा ने कहा, ‘‘केजरीवाल की वीरता विधानसभा के भीतर ही सीमित है क्योंकि उन्हें वहां विशेषाधिकार प्राप्त हैं।’’
अरविंद केजरीवाल ने पहले क्या कहा था
इससे पहले असम और दिल्ली की बात करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि ‘‘आप 2015 में दिल्ली में सत्ता में आई और 2016 में भाजपा असम में। आज हमने दिल्ली का चेहरा बदल दिया है। हिमंत बाबू (असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा) ने सात साल में राज्य के लिए क्या किया है? कुछ नहीं, केवल गंदी राजनीति। जिस राज्य में मुख्यमंत्री की पत्नी एक निजी स्कूल चलाती हैं, आप इस सरकार से सरकारी स्कूलों में सुधार की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?’’
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा था कि “मैं हिमंता बिस्वा सरमा को दिल्ली आने के लिए आमंत्रित करता हूं और मेरे घर पर मेरे साथ चाय और लंच का निमंत्रण देता हूं। मैं उन्हें शहर भी घुमाऊंगा।”