नागरिक अधिकार समूहों ने भारत के लिए ‘वैकल्पिक दृष्टकोण’ को लेकर जन व्याख्यान श्रृंखला शुरू की
By भाषा | Published: October 24, 2021 08:11 PM2021-10-24T20:11:25+5:302021-10-24T20:11:25+5:30
नयी दिल्ली, 24 अक्टूबर नागरिक अधिकार संगठनों, शिक्षाविदों और कार्यकर्ताओं ने ‘ भारत की पुनर्कल्पना’ नाम से जन व्याख्यान की श्रृंखला शुरू की है जिसके जरिये समाज की ऐसी रूपरेखा का पता लगाया जाएगा जो आजादी व बंधुत्व के संवैधानिक मूल्यों के प्रति अधिक ‘‘न्यासंगत, समान और जुड़ाव रखने वाली हो।’’
यहां जारी संयुक्त बयान में कहा गया, ‘‘यह व्याख्यान श्रृंखला इस महीने शुरू हुई जो प्रख्यात बुद्धिजीवियों और नेताओं की प्रासंगिक थीम पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य देश को वैकल्पिक दृष्टिकोण देना है।’’
इस व्याख्यान श्रृंखला में सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि भारद्वाज, फिल्मकार आनंद पटवर्धन, एनएफआईडब्ल्यू के महासचिव एन्नी राजा, लेखक अपूर्वानंद, सफाई कर्मचारी आंदोलन के राष्ट्रीय समन्वयक बेजवादा विल्सन और सीएसआईआर के पूर्व वैज्ञानिक गौहर रजा एवं अन्य कुछ प्रमुख हस्तियों के नाम हैं जो व्याख्यान देंगे।
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