देहरादून: केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों ने आज हवाई यात्रा के दौरान होने वाले हाईजैकिंग खतरों से निपटने के लिए देहरादून हवाई अड्डे पर एंटी हाईजैकिंग मॉक ड्रिल का जबरदस्त अभ्यास किया। इस दौरान सुरक्षा जवानों ने विमान अपहरण की स्थिति से निबटने हेतु बनाये गये आपात सुरक्षा, संचार और समन्वय मानकों की जांच और उनमें होने वाली चूक को दूर करने के लिहाज से यह एयरपोर्ट पर किये जाने वाला एक कड़ा अभ्यास था।
देहरादून एयरोपोर्ट के कासो और उप कमांडेंट वैभव विशाल सिंह गौतम के दिशा-निर्दशन में सुरक्षा जवानों ने सुरक्षा संबंधी सारे मापदंडों का कड़ाई से पालन करते हुए हाईजैकिंग खतरों को रोकने या उन्हें विफल करने के सारे संभावित उपायों का प्रदर्शन किया।
इस दौरान एएसजी देहरादून ने मॉक ड्रिल के जरिये क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) के साथ विस्फोटक रोधी और श्वान दस्ते ने अपनी पूरी ताकत का प्रदर्शन करते हुए प्लेन हाईजैकिंग के प्रयासों को असफल करने और अपराधियों को हथियार सरेंडर करने पर विवश करके ट्रेनिंग की दक्षता को सौ फीसदी साबित किया।
इस ड्रिल में सीआईएसएफ के जवानों के साथ एयरपोर्ट पर कार्यरत विभिन्न एजेंसियों के सुरक्षा प्रभारी, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के एटीसी और अग्निशमन विभाग, विभिन्न एयरलाइंस के कर्मचारियों व उत्तराखंड पुलिस के जवानों ने भी हिस्सा लिया।
इस मौके पर मॉक ड्रिल के साथ-साथ एरोड्रोम कमेटी की बैठक भी आयोजित की गयी। जिसकी अध्यक्षता उत्तराखंड सरकार की अपर मुख्य सचिव (गृह) श्रीमती राधा रतूड़ी द्वारा की गई। इस संबंध में जानकारी देते हुए एयरपोर्ट के कासो और उप कमांडेंट वैभव विशाल सिंह गौतम ने बताया कि एयरपोर्ट पर किसी भी विमान अपहरण संबंधि परिस्थिति में स्थानीय स्तर पर गठित इस कमेटी की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण होती है। एंटी हाईजैकिंग अभियान में इस कमेटी के द्वारा विभिन्न दिशा-निर्देश दिये जाते हैं, जिनका पालन करते हुए एंटी हाईजैकिंग ऑपरेशन को अंजाम दिया जाता है।
सीआईएसएफ जवानों द्वारा सफल मॉक ड्रिल के बाद केन्द्रीय औद्यौगिक सुरक्षा बल के उप कमाण्डेंट और देहरादून एयरपोर्ट के कासो वीवीएस गौतम ने इसमें हिस्सा लेने के लिए सभी सदस्यों का स्वागत करते मॉक ड्रिल के विषय में विस्तार से ब्रीफिंग दी।
उसके बाद देहरादून एटीसी के प्रबंधन सिकंदर इस्लाम ने पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से हाईजैक की स्थिति में प्रत्येक एजेंसी की भूमिका और जिम्मेदारियों के बारे में विस्तार से बताया। वहीं एयरपोर्ट निदेशक प्रभाकर मिश्रा में भी बैठक में सुरक्षा संबंधी विभिन्न बिंदुओ पर चर्चा की और प्रगति रिपोर्ट दी।
वहीं मॉक ड्रिल के बाद उत्तराखंड सरकार की अपर मुख्य सचिव (गृह) श्रीमती राधा रतूड़ी ने पूर्ण संतोष व्यक्त करते हुए सीआईएसएफ जवानों की तारीफ की और कहा कि ऐसे जाबांज जवानों के कारण ही न केवल देहरादून बल्कि पूरे देश में एविएशन ऑपरेशन सुगमता के साथ चल रहा है।