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अरुणाचल में युद्धाभ्यास पर चीन ने जताई आपति, भारतीय सेना का हिम विजय पर पड़ोसी देश बेचैन, कहा- सही नहीं

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 5, 2019 20:08 IST

भारतीय सेना की नव स्थापित 17 कोर अरुणाचल प्रदेश में करीब 15,000 फुट की ऊंचाई पर बड़ा अभ्यास कर रही है। इस तरह की खबरें थीं कि चीन ने चिनफिंग की भारत यात्रा से पहले अभ्यास को लेकर भारत से आपत्ति जताई थी।

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ठळक मुद्देचिनफिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए भारत आ रहे हैं।सूत्रों ने बताया कि अभ्यास वास्तविक नियंत्रण रेखा से करीब 100 किलोमीटर दूर हो रहा है।

अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सेना का हिम-विजय अभ्यास का चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की आगामी भारत यात्रा से कोई लेना-देना नहीं है। रक्षा सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

भारतीय सेना की नव स्थापित 17 कोर अरुणाचल प्रदेश में करीब 15,000 फुट की ऊंचाई पर बड़ा अभ्यास कर रही है। इस तरह की खबरें थीं कि चीन ने चिनफिंग की भारत यात्रा से पहले अभ्यास को लेकर भारत से आपत्ति जताई थी।

चिनफिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए भारत आ रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि अभ्यास वास्तविक नियंत्रण रेखा से करीब 100 किलोमीटर दूर हो रहा है। यह रेखा दोनों देशों के बीच वास्तविक सीमा है। अभ्यास करने का कार्यक्रम मार्च में तय किया गया था।

उन्होंने बताया कि इस तरह के अभ्यास सर्दियों से पहले और सर्दियों के बाद, मौसम के अनुकूल सैनिकों को ढालने के लिए किए जाते हैं। ऐसे अभ्यास पूर्वी कमान की सभी इकाइयां करती हैं। ऑपरेशन हिम-विजय 25 अक्टूबर को संपन्न होगा।

सूत्रों ने बताया कि 17 कोर नया है और इसके सैनिक नियमित तौर पर अंदरूनी इलाकों में जो आमतौर पर ऊंचाई वाले क्षेत्र में होते हैं, वहां खुद को मौसम के अनुकूल ढलाने के लिए अभ्यास कर रहे हैं। चीन का दावा है कि पूर्वोत्तर भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश, दक्षिण तिब्बत का हिस्सा है।

भारत लगातार कहता आया है कि अरुणाचल प्रदेश देश का ‘‘अभिन्न अंग’’ है। दोनों देश सीमा विवाद को सुलझाने के लिए 20 से ज्यादा दौर की बातचीत कर चुके हैं। चिनफिंग अगले हफ्ते भारत यात्रा पर आ सकते हैं। उनकी यात्रा की तारीखों का अभी ऐलान नहीं हुआ है।

पहले अनौपचारिक शिखर सम्मेलन में मोदी और शी ने अपनी- अपनी सेना को ‘‘सामरिक दिशानिर्देश’’ जारी करने का निर्णय किया था ताकि दोनों देशों की सेनाओं के बीच विश्वास और समझ बढ़ाया जा सके। भारत और चीन की सेना के बीच डोकलाम में 73 दिनों तक गतिरोध जारी रहने के बाद शिखर सम्मेलन हुआ था। 

टॅग्स :अरुणाचल प्रदेशचीनभारतीय सेनाजी जिनपिंगनरेंद्र मोदी
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