दिल्ली: अरुणाचल प्रदेश के चीन सीमा से अगवा हुआ 17 साल के किशोर मीराम तारौन को चीनी सेना ने भारतीय फौज को सौंप दिया है। भारतीय सेना पिछले 9 दिनों से भारत-चीन सीमा पर मीरान तारौन की तलाश कर रही थी।
मीरान के सकुशल वापसी पर जानकारी देते हुए अरुणाचल प्रदेश के एमएलए निनॉन इरिंग ने बताया कि चीन की सेना ने भारतीय फौज के सामने मिराम को वापस किया। मिराम बीते 18 जनवरी को लापता था। अरुणाचल प्रदेश से बीजेपी सांसद के तपीर गाओ का था कि जगल में मीरान को चीनी सेना ने अगवा कर लिया था।
वहीं जब भारत में बवाल बढ़ा तो चीनी सेना ने स्वीकार किया था कि मीरान उनके पास है और सुरक्षित है। चीनी सेना पीएलए ने भारतीय फौज के साथ जानकारी साझा की थी भारत वापस भेजने के लिए जरूरी प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है और उसे जल्द ही भारत को सौंप दिया जाएगा। मीराम को लेकर दोनों के देशों के मध्य कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद आज चीन ने उसे भारतीय फौज को सौंप दिया है।
इस मामले में सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षवर्धन पाण्डेय ने बीते दिनों जानकारी दी थी कि भारतीय फौज को चीनी सेना ने सूचना दी थी कि अरुणाचल से लापता हुआ मीराम उन्हें सुरक्षित मिल गया है।
बीते कई दिनों अरुणाचल प्रदेश के भारत-चीन सीमा क्षेत्र में मीराम तारौन की तलाश जारी थी। कथिततौर पर कहा जा रहा था कि मीराम को सीमा क्षेत्र से चीनी सेना ने बंदूक के बल पर अगवा कर लिया है। लेकिन दूसरी ओर चीनी सेना ने इस तरह के किसी भी घटना से इंकार किया था और मीराम को तलाशने में भारतीय सेना के साथ सहयोग की बात कही थी।
देश को मीराम के लापता होने की जानकारी तब हुई जब बीते 19 जनवरी को अरुणाचल प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी के सांसद तापिर गाओ ने जानकारी देते हुए उसकी तलाश के लिए केंद्र सरकार से आग्रह किया। तापिर गाओ ने इस मामले में सीधा आरोप लगाते हुए कहा था कि चीनी सेना पीएलए ने 17 साल के मीराम तारौन को भारतीय सीमा क्षेत्र के भीतर के घुसकर सिआंग जिले से अगवा कर लिया है।