मतगणना से ठीक पहले ईवीएम की सुरक्षा पर उठते सवालों के बीच निर्वाचन आयोग और प्रशासन इसे पूरी तरह से खारिज किया है। उत्तर प्रदेश के सीईओ ने मंगलवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा 'आपके वोट सीसीटीवी कवरेज और निगरानी के तहत सील ईवीएम कमरों में सुरक्षित हैं। ईवीएम को बदलने की कोई संभावना नहीं है। इसके लिए आप घबराएं नहीं और विश्वास रखें।'
सोशल मीडिया पर ईवीएम के बदले जाने की खबरों के बाद आयोग ने यह सफाई दी है।
सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल ( आरजेडी) ने दावा किया कि उनके कार्यकर्ताओं ने ईवीएम से भरी एक गाड़ी बिहार के सारण और महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र में 20 मई की शाम पकड़ी है। राष्ट्रीय जनता दल ने अपनी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके इस मामले से की जानकारी दी ।
आरजेडी ने ट्वीट कर लिखा है, ''अभी-अभी बिहार के सारण और महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र स्ट्रोंग रूम के आस-पास मँडरा रही EVM से भरी एक गाड़ी जो शायद अंदर घुसने के फिराक में थी। उसे राजद-कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पकड़ा। साथ मे सदर BDO भी थे जिनके पास कोई जवाब नहीं है। सवाल उठना लाजिमी है? छपरा प्रशासन का कैसा खेल??'' ये ट्वीट 20 मई की शाम 7 बजकर 9 मिनट पर किया गया है।
चंदौली में भी ईवीएम से भरा वाहन मिला
बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश के चंदौली में भी ईवीएम से भरा एक वाहन मिला था। जिसको लेकर जिला मुख्यालय आने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन भी किए थे। एसपी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि प्रशासन के अधिकारी बीजेपी के कहने पर ईवीएम बदल रहे हैं। हालांकि प्रशासन ने कहा था कि सोमवार को उन EVM को स्ट्रॉन्ग रूम में रखा गया है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 के एक्जिट पोल्स में बीजेपी को मिली बहुमत के बाद विपक्ष के कई नेता चुनाव आयोग की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं। तेलुगू देशम पार्टी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने ईवीएम में गड़बड़ी के मामले को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत दर्ज करवाई थी।