नागपुर: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा ऑनलाइन होगी या ऑफलाइन, इसे लेकर विद्यार्थी व पालक असमंजस की स्थिति में हैं. इसे देखते हुए सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने स्पष्ट किया है कि बोर्ड परीक्षाएं पूर्व की तरह पेन व कागज के आधार पर ही लेगा. इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.
'लोकमत समाचार' के साथ विशेष बातचीत में भारद्वाज ने कहा कि ऑनलाइन परीक्षा स्पर्धा व अन्य प्रवेश परीक्षाओं तक के लिए तो ठीक है, लेकिन बोर्ड परीक्षाएं ऑनलाइन लेना संभव नहीं है. शिक्षा के कई उद्देश्य है. इसमें से एक उद्देश्य विद्यार्थियों के लेखन कौशल को परखना है. ऑनलाइन परीक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों के लेखन कौशल को परख पाना संभव नहीं है. लिहाजा परीक्षाएं ऑनलाइन की बजाय ऑफलाइन लेने का फैसला किया गया है.
एक और कारण यह भी है कि हमारे यहां ऑनलाइन परीक्षा लेने के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर भी नहीं है. इन कारणों से ऑनलाइन परीक्षाओं का आयोजन करना विद्यार्थियों के हित में नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि विश्व के विकसित देशों में भी ऑफलाइन परीक्षा पर ही जोर दिया जाता है जबकि वहां इंफ्रास्ट्रक्चर काफी मजबूत है. भारद्वाज ने कहा कि परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों को किसी तरह का कोई तनाव न हो, इसके लिए पाठ्यक्रम 30 फीसदी तक कम कर दिया गया है.
सीबीएसई के विषय विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों के अनुरूप पाठ्यक्रम को कम किया है. सीबीएसई के फैसले के बाद ही देश के अन्य राज्यों ने भी अपने यहां पाठ्यक्रम को कम किया है.