मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान से एक दिन पहले भाजपा नेता विनोद तावड़े पर वोट के लिए पैसे बांटने के आरोप और हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद चुनाव आयोग ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। रिपोर्ट के अनुसार, विनोद तावड़े, बीवीए नेता हिंतेंद्र और क्षितिज ठाकुर के साथ भाजपा और बीवीए कार्यकर्ताओं के बीच हुए हंगामे पर सफाई देते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, तभी चुनाव आयोग के कर्मचारियों ने कॉन्फ्रेंस रोक दी और हिंतेंद्र ठाकुर को पूछताछ के लिए अलग ले गए।
इससे पहले दिन में ठाकुर ने गंभीर आरोप लगाए थे कि भाजपा के महासचिव विनोद तावड़े विरार के विवांता होटल में वोट के बदले पैसे बांट रहे थे। पुलिस उस होटल में पहुंची थी जहां तावड़े कई भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मौजूद थे। बताया जा रहा है कि पुलिस को होटल के दो कमरों में 9 लाख रुपये नकद मिले।
हालांकि, तावड़े ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि उन्होंने मतदान के दिन (20 नवंबर) कार्यकर्ताओं से मिलकर कामकाज के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "अगर बीवीए नेताओं को लगता है कि मैं पैसे बांट रहा हूं, तो चुनाव आयोग और पुलिस को जांच करनी चाहिए।"
तावड़े ने अपने बचाव में कहा, "मैं 40 साल से पार्टी में हूं। अप्पा ठाकुर और क्षितिज मुझे जानते हैं, पूरी पार्टी मुझे जानती है...फिर भी, मेरा मानना है कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।" सोमवार दोपहर को, भाजपा और बीवीए नेताओं के बीच भाजपा महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में झड़प हो गई, जब बीवीए नेताओं हिंतेंद्र और क्षितिज ठाकुर ने आरोप लगाया कि तावड़े कार्यकर्ताओं को 5 करोड़ रुपये बांट रहे थे और दावा किया कि पुलिस को नोटिंग वाली एक डायरी भी मिली है।
पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच जमकर हंगामा हुआ जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। विपक्ष ने वोट मैनेजमेंट के लिए सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधा।