बिहार में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (AES) से मरने वाले बच्चों की संख्या 100 हो चुकी है। जिसमें से सबसे ज्यादा मौतें बिहार के जिला मुजफ्फरपुर में हुई है। इस मामले को लेकर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (AES) को लेकर कोई उचित कदम ना उठाने और लोगों को जागरूक ना करने को लेकर केस दर्ज किया गया है। हालाँकि अभी तक मुकदमा दर्ज कराने वाले का नाम सामने नहीं आया है। मुकदमा मुजफ्फरपुर में दर्ज कराया गया है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन इस मामले में बिहार के मुजफ्फरपुर में हालतों का जायजा लेने भी गए थे। जिसके बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार के हालातों के बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था, मारी केन्द्र सरकार की टीम पहले दिन से वहां तैनात हैं और लगातार काम कर रही हैं। मैं भी वहां जाकर मरीजों से मिला हूं। मैंने उनकी केसशीट भी पढ़ी है डॉक्टरों से विस्तार से बात भी की हैं।
एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (AES) से मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने ऐलान किया है कि वो 24 जून को बिहार में विरोध प्रदर्शन करेंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी आज (17 जून) को ने एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (AES) से हुई मौतों पर बैठक बुलाई है।