कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को शुक्रवार शाम को यहां हवाई अड्डे के मार्ग में नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका रास्ता रोकने की कोशिश की और काले झंडे दिखाए। मामले में शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 30 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। संबंधित पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।
बताते चलें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को हवाई अड्डे जाने के दौरान कल शुक्रवार की रात कमला पार्क इलाके में नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका रास्ता रोकने की कोशिश की और विरोध स्वरुप उनको काले झंडे दिखाए और काले गुब्बारे भी छोड़े। भोपाल पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि हवाई अड्डे जाने के दौरान सिंधिया के काफिले को कुछ लोगों ने काले झंडे दिखाने का प्रयास किया जिन्हें पुलिस ने पीछे हटा दिया। उन्होंने इस मामले में किसी को गिरफ्तार किए जाने से इंकार किया।
इस पूरे घटनाक्रम पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को दावा किया था कि राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया के काफिले पर आज शाम यहां जानलेवा हमले की कोशिश की गई। चौहान ने दावा किया कि शहर के कमला पार्क इलाके में सिंधिया की कार रोकने की कोशिश की गई और उनके काफिले पर पथराव किया गया। चौहान ने कहा कि घटना के दौरान सिंधिया के वाहन चालक ने बमुश्किल वहां से गाड़ी निकाली। उन्होंने कहा, ‘‘आम आदमी की बात छोड़िए, जब पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंधिया पर जानलेवा हमले का प्रयास किया जा सकता है तो फिर आप कल्पना कर सकते हैं कि प्रदेश की स्थिति कैसी है?’’ पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं स्तब्ध हूं। प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से समाप्त हो चुकी है। अराजकता का माहौल है।’’ चौहान ने कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस नीत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बहुमत खो चुकी सरकार बौखलाहट में हमले करवा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस हमले की निंदा करता हूं और पुलिस प्रशासन से अपील करता हूं कि जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।’’
सिंधिया बुधवार को ही भाजपा में शामिल हुए थे। उन्होंने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उनके साथ ही मध्यप्रदेश के छह मंत्रियों सहित 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया, जिनमें से अधिकांश उनके कट्टर समर्थक हैं। इससे प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गई है। इसके साथ ही भाजपा ने सिंधिया को मध्यप्रदेश से राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार बनाया और सिंधिया ने शुक्रवार को विधानसभा सचिवालय में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।