‘कान डॉक्स 2021’ : दौड़ में शामिल सात दक्षिण एशियाई वृत्तचित्र

By भाषा | Updated: July 12, 2021 12:01 IST2021-07-12T12:01:26+5:302021-07-12T12:01:26+5:30

'Cannes Docs 2021': Seven South Asian documentaries in the running | ‘कान डॉक्स 2021’ : दौड़ में शामिल सात दक्षिण एशियाई वृत्तचित्र

‘कान डॉक्स 2021’ : दौड़ में शामिल सात दक्षिण एशियाई वृत्तचित्र

नयी दिल्ली, 12 जुलाई दक्षिण एशिया के छह निर्माणाधीन और एक पूरी तरह तैयार वृत्तचित्र 74वें कान फिल्म उत्सव के ‘पिचिंग’ और ‘मेंटरिंग’ सत्रों में निर्माण एवं वितरण कम्पनियों की तलाश में हैं।

कोलकाता में जन्मी एवं मुंबई की रहने वाली सुमन सेन की पहली फिल्म ‘एका’ युवा निदेशकों के लिए ‘इंस्तितुत फ़्रांसै’ द्वारा प्रायोजित परामर्श कार्यक्रम ‘ला फैब्रिक सिनेमा’ में शामिल है। इसमें अन्य 10 फिल्में भी पहुंची हैं। ‘ला फैब्रिक सिनेमा’, ‘गोपी बाघा प्रोडक्शंस’ के अरीफुर रहमान द्वारा समर्थित भारत-बांग्लादेशी-फ्रांसीसी उद्यम है। इसके लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित अफगानिस्तान की फिल्मकार सहारा मणि के ‘काबुल मेलोडी’ को भी चुना गया है।

इनके अलावा अफगानिस्तान, भारत, बांग्लादेश और नेपाल के एक-एक वृतचित्र हैं, जो ‘कान डॉक्स 2021’ के ‘डॉक्स-इन-प्रोग्रेस’ पुरस्कारों को हासिल करने की कोशिश कर रहे वृतचित्रों की सूची में शामिल हैं। ये चार वृत्तचित्र हैं कोलकाता के पार्थ दास की ‘थर्टीन डेस्टिनेशन ऑफ ए ट्रैवलर’, हिज़्बुल्ला सुल्ताना की ‘बर्ड स्ट्रीट’, तहरीम खान की ‘मुन्नी’ और सुबीना श्रेष्ठा की ‘देवी’। इनके अलावा, राजन कैथेट और सुनीर पांडे का नेपाली वृत्तचित्र ‘नो विंटर हॉलिडे’ भी इस सूची में शामिल है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: 'Cannes Docs 2021': Seven South Asian documentaries in the running

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे