Bye Election Rupauli: बिहार की रुपौली विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में नीतीश-लालू का एक्स फेक्टर उनके उम्मीदवारों के लिए काम नहीं आया है। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इस सीट पर चुनावी मैदान में बतौर निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में आए शंकर सिंह ने जेडीयू और आरजेडी के उम्मीदवारों को भारी अंतर से चुनाव में हराया है। भारतीय चुनाव आयोग के डेटा अनुसार, शंकर सिंह को कुल 67782 वोट मिले। वहीं, दूसरे नंबर पर जेडीयू के कलाधर प्रसाद मंडल रहें। उन्हें कुल 59578 वोट मिले। तीसरे नंबर पर आरेजडी की उम्मीदवार बीमा भारती रहीं। उन्हें कुल 30114 वोट मिले।
5 हजार से ज्यादा वोट नोटा को मिले
रुपौली विधानसभा के लिए हुए उपचुनाव में 11 उम्मीदवार मैदान में थे। खास बात यह है कि इनमें कई उम्मीदवारों को एक हजार से ज्यादा वोट नहीं मिले। लेकिन, गौर करने वाली बात है कि नोटा को 5 हजार से ज्यादा वोट मिले हैं। भारतीय चुनाव आयोग के डेटा अनुसार, 5675 वोट मिले हैं।
बीमा की हार पर क्या बोले सोशल मीडिया यूजर
रुपौली विधानसभा पर हुए उपचुनाव में आरजेडी की उम्मीदवार बीमा भारती की हार पर सोशल मीडिया पर यूजर अपनी प्रतिक्रिया देने से खुद को रोक नहीं पाए। एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए एक यूजर ने लिखा कि यह हार बीमा भारती की नहीं, बल्कि लालू-तेजस्वी की हार है। दूसरे यूजर ने लिखा कि अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना शायद कोई बीमा भारती से सीखे।
जदयू में रहते हुए बढ़िया विधायकी चल रही थी, परंतु राजनीतिक महत्वाकांक्षा ने इन्हें राजनीतिक आत्महत्या करने को मजबूर कर दिया। इसी के साथ, इनका राजनीतिक अध्याय खत्म हो चुका है। अब अगर यह मुखिया का चुनाव अपने गांव से जीत लें तो बहुत बड़ी बात होगी। पप्पू यादव फैक्टर कहीं न कहीं शंकर सिंह को मदद करता दिखा है।
मालूम हो कि बीमा भारती लोकसभा चुनाव से पहले जेडीयू छोड़कर आरजेडी में शामिल हुई। 2024 के लोकसभा चुनाव में आरजेडी ने उन्हें पूर्णिया लोकसभा से टिकट दिया। लेकिन, यहां निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव के हाथों उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा।