By-election results: असम में कांग्रेस को झटका, पांच विधानसभा सीटों पर भाजपा गठबंधन की जीत, बीजेपी विधायकों की संख्या बढ़कर 62
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 2, 2021 07:48 PM2021-11-02T19:48:23+5:302021-11-02T19:50:03+5:30
By-election results: 126 सदस्यीय असम विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है जबकि यूपीपीएल के आठ विधायक हो गए हैं।
गुवाहाटीः असम के पांच विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनाव में सभी सीटों पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अगुवाई वाले गठबंधन ने जीत हासिल की है। भाजपा तीन सीटों पर विजय रही तो दो विधानसभा सीटें उसकी सहयोगी यूनाइटेड पीपल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के खाते में गईं।
भारत निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को यह जानकारी दी। भाजपा के फणीधर तालुकदार ने भबानीपुर सीट से, रूपज्योति कुर्मी ने मरियानी सीट से और सुशांत बरगोहाइ ने थोवरा सीट से जीत दर्ज की। इन तीनों ने इस साल के शुरू में हुए चुनाव में अलग अलग पार्टियों के टिकट पर इन सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन चुनाव के बाद तीनों ने अपनी-अपनी पार्टियों से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया था।
कुर्मी मरियानी सीट से छठी बार जीते हैं और उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी लोहित कुंवर को 41,104 वोटों के अंतर से शिकस्त दी है जबकि तालुकदार ने भबानीपुर सीट से दूसरी बार चुनाव जीता है और कांग्रेस के शैलेंद्र दास को 25,641 वोटों से पराजित किया है। बरगोहाइ ने रायजोर दल के धज्य कुंवर को 30,561 मतों के अंतर से हराकर थोवरा सीट जीत ली है।
कुंवर ने निर्दलीय के तौर पर यह चुनाव लड़ा था। भाजपा की सहयोगी यूपीपीएल ने गोसाइगांव सीट पर चुनाव लड़ा था जहां उसके उम्मीदवार जिरन बसुमतारी ने कांग्रेस के प्रत्याशी जुवेल टुडु को 28,252 वोटों से हरा दिया जबकि तमुलपुर सीट से यूपीपीएल के उम्मीदवार जलेन डैमारी ने अपने निकटतम प्रत्याशी निर्दलीय गणेश कछारी को 57,059 मतों ने पराजित किया है। गोसाइगांव से बीपीएफ के विधायक और तमुलपुर से यूपीपीएल के विधायक का निधन हो गया था जिस वजह से इन दोनों सीटों पर चुनाव कराए गए हैं।
चाय आदिवासी समुदाय के ‘फायरब्रांड’ नेता कुर्मी कांग्रेस के टिकट पर मरियानी सीट से लगातार पांच बार विधायक बने थे लेकिन उन्होंने जून में पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे। उनका आरोप था कि पार्टी के राष्ट्रीय नेता जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनते हैं।
बरगोहाइ 2011 में पहली बार थोवरा सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा पहुंचे थे, लेकिन 2016 के चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। हालांकि उन्होंने 2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के कुशल डोवारी को 2,006 मतों से हराकर जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस के भीतर "बदले हुए आंतरिक राजनीतिक माहौल" का हवाला देते हुए 30 जुलाई को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
तालुकदार ने 2021 के विधानसभा चुनाव में एआईयूडीएफ के टिकट पर भबानीपुर सीट से फतह हासिल की थी लेकिन अगस्त में एआईयूडीएफ से इस्तीफा देकर वह भाजपा में शामिल हो गए थे। उपचुनाव के नतीजों के बाद, 126 सदस्यीय असम विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है जबकि यूपीपीएल के आठ विधायक हो गए हैं।
सत्तारूढ़ गठबंधन में दूसरे सहयोगी, असम गण परिषद के नौ विधायक हैं। उसने उपचुनाव में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था। विपक्षी खेमे में, कांग्रेस का संख्या बल 27 है, एआईयूडीएफ के 15, बीपीएफ के तीन और माकपा का एक विधायक है। एक निर्दलीय विधायक भी है।