नई दिल्ली(17 मार्च): उत्तर प्रदेश और बिहार के लोकसभा उपचुनाव हाल ही में हुए जिसमें बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। लेकिन इस हार से पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता पर कोई असर नहीं पड़ा है, वह अब भी लोगों के बीच उसी तरह से अपनी जगह बनाए हुए हैं। साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में तो वह प्रभावी रहेंगे ही, 2024 में भी उन्हें टक्कर देने वाला कोई नहीं होगा।
‘ब्लूमबर्ग’ ने हाल ही में दुनिया के दुनिया के ताकतवर देशों के नेताओं पर एक विश्लेषण किया है।ये विश्लेषण पीएम मोदी के अलावा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन, तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तैय्यप एर्दोगन, ईरान के सर्वोच्च नेता आयतोल्ला अली खामनेई, फ्रांस के इमैनुएल मैक्रों, वेनेजुएला के निकोलस माडुरो, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, नाइजीरिया के मुहम्मदु बुहारी, इजरायल के बेंजामिन नेतनयाहु के ऊपर किया गया है।
‘पियू रिसर्च’ के मुताबिक अगर पीएम मोदी की लोकप्रियता का आकलन किया जाए तो ‘फेवरेवल रेट’ (लोकप्रियता या स्वीकार्यता) 88 फीसद है, जबकि राहुल गांधी उनसे काफी पीछे 58 हैं। इस लिस्ट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का भी नाम है। जबकि केजरीवाल 39 फीसद फेवरेवल और 40 फीसद अनफेवरेवल हैं।
‘ब्लूमबर्ग’ के द्वारा पेश किए गए विश्लेषण के अनुसार, मोदी अभी भी राजनीति के सबसे लोकप्रिय नेता हैं और 2019 में एक बार फिर से वह चुनाव भी जीत सकते हैं। इस विश्लेषण के अनुसार पीएम मोदी 2024 या उससे ज्यादा समयतक देश की सत्ता पर विराजित रह सकते हैं। पीएम मोदी भारत के सबसे लोकप्रिय नेता बने हुए हैं क्योंकि विपक्षी कांग्रेस पार्टी बहुत कमजोर है। इसके मुताबिक विपक्ष की पार्टी में करिश्माई नेता का भी अभाव है।
आज भी लोकप्रियता को देखते हुए निश्चित तौर पर ऐसा लगता है कि वह (मोदी) 2019 में सत्ता में वापसी करेंगे। 2024 भी उनके एजेंडे पर है। मजबूत विपक्ष की गैरमौजूदगी इस संभावना को प्रबल करती है। मोदी के अलावा जिंगपिंग भी कद्दावर नेता के तौर पर सामने आए हैं जो 2023 तक सत्ता पर विराजित पह सकते हैं।