बडगाम विधानसभा सीट उपचुनावः आगा सैयद महमूद के सामने आगा मुंतजिर, फैसला आज
By सतीश कुमार सिंह | Updated: November 14, 2025 08:33 IST2025-11-13T17:04:39+5:302025-11-14T08:33:44+5:30
Budgam Assembly seat by-election: जम्मू कश्मीर के बडगाम विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए मंगलवार को करीब 50 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।

Budgam Assembly seat by-election
श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर में 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव से केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) में सत्ता का संतुलन भले ही न बदले, लेकिन सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और विपक्षी दलों, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और भाजपा के लिए बहुत कुछ दांव पर लगा है। बडगाम सीट एनसी उम्मीदवार उमर अब्दुल्ला द्वारा गंदेरबल सीट बरकरार रखने के बाद खाली हुई थी, जिन्होंने 2024 के विधानसभा चुनावों में दो सीटों से जीत हासिल की थी। अब्दुल्ला को कुल 1.25 लाख वोटों में से 35,804 वोट मिले थे, जबकि पीडीपी उम्मीदवार आगा सैयद मुंतज़िर मेहदी को 17,445 वोट मिले थे।
बडगाम में लगभग 30 प्रतिशत मतदाता शिया मुसलमान हैं। इन नतीजों को उमर अब्दुल्ला द्वारा जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) बनाए रखने के एक साल के शासन पर एक फैसले और एक बयान के रूप में देखा जाएगा। अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए 2024 के आंकड़े दोहराना एक कठिन काम होगा।
भले ही पार्टी शिया वोटों को भुनाने के लिए एक प्रभावशाली शिया धर्मगुरु आगा सैयद मुंतज़िर मेहदी को अपना उम्मीदवार बना रही है। चुनाव नज़दीक आते ही नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के भीतर अब्दुल्ला और नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद आगा सैयद रूहुल्लाह, जो एक प्रभावशाली शिया धर्मगुरु हैं और जिनका गृहनगर बडगाम है, के बीच बढ़ते मतभेदों से जूझ रही है।
जम्मू कश्मीर के बडगाम विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए मंगलवार को करीब 50 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। पिछले साल के विधानसभा चुनाव में बडगाम में कुल मतदान प्रतिशत 51.13 प्रतिशत रहा था और इसकी तुलना में इस बार यह कुछ कम रहा। बडगाम विधानसभा क्षेत्र में लगभग 1.26 लाख पंजीकृत मतदाता हैं।
इस उपचुनाव को सरकार के मुखिया और नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख के रूप में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है। पिछले वर्ष हुए विधानसभा चुनाव में अब्दुल्ला ने अपने पारिवारिक गढ़ गंदेरबल के साथ इस सीट से भी चुनाव जीता था, जिसके बाद उन्होंने यह सीट खाली कर दी थी। इसके बाद ही इस सीट पर उपचुनाव कराना आवश्यक हो गया था।
बडगाम नेशनल कॉन्फ्रेंस का गढ़ रहा है, जहां 1962 से ही इसके उम्मीदवार जीतते रहे हैं। बस एक बार 1972 में कांग्रेस उम्मीदवार ने यहां से जीत हासिल की थी। श्रीनगर से नेशनल कॉन्फ्रेंस के लोकसभा सदस्य आगा रूहुल्लाह मेहदी ने 2002, 2008 और 2014 के विधानसभा चुनाव में बडगाम सीट से जीत हासिल की।
अब्दुल्ला 2024 में यहां से विजयी हुए थे। इस चुनाव में 17 उम्मीदवार मैदान में हैं। इसमें सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस के आगा सैयद महमूद को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के आगा मुंतजिर से कड़ी चुनौती मिल रही है। यहां मतगणना 14 नवंबर को होगी।