पटनाः बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल में प्रतियोगिता परीक्षाओं का प्रश्नपत्र लीक होना आम बात हो गया है। बीपीएसपी परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक की आग अभी ठंढा भी नहीं हुई थी कि एक बार फिर से बीएसएससी परीक्षा का प्रश्नपत्र आउट हो गया। 2017 में भी बीएसएससी का प्रश्नपत्र आउट हुआ था।
जिसके बाद भारी बवाला मचा था। इसमें भारी फजीहत होने के बाद सरकार ने एसआईटी गठित कर जांच कराई थी। तब बीएसएसी के अध्यक्ष आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार व सचिव परमेश्वर राम समेत कई अधिकारी हवालात पहुंच गये थे। एक बार फिर से बीएसएसी का प्रश्नपत्र लीक हुआ है। पर्चा आउट होने के बाद खलबली मच गई है।
आयोग ने आर्थिक अपराध इकाई को जांच का जिम्मा दिया है। हालांकि पेपर आउट होने के बाद भी परीक्षा को रद्द नहीं किया गया है। बीएसएसी की तृतीय स्नातक स्तरीय प्रारंभिक परीक्षा की पहली पाली में शुक्रवार सुबह आयोजित हो रही परीक्षा का पर्चा आउट हो गया। परीक्षा शुरू होने के कुछ देर बाद ही प्रश्नपत्र मीडिया के पास आ गया।
परीक्षा खत्म होने के बाद जब वायरल पेपर का मिलान किया गया तो वह हूबहू मिल गया। इसके बाद हड़कंप मच गया। आनन-फानन में जांच का जिम्मा आर्थिक अपराध इकाई को दी गई। ईओयू ने जांच शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि मोतिहारी के परीक्षा केंद्र के पर्चा आउट हुआ है। जांच एजेंसी कई लोगों से पूछताछ की है।
लेकिन बड़ा सवाल यही है कि हर बार प्रतियोगिता परीक्षा का प्रश्न पत्र कैसे वायरल हो जा रहा। सुरक्षा में कहां चूक हो रही? परीक्षा से पहले कदाचार रहित एक्जाम लेने को लेकर बड़े-बड़े दावे किये जाते हैं। लेकिन सारी घोषनाएं हवा-हवाई साबित होती हैं। शायद ही ऐसी कोई परीक्षा हो जिसका पर्चा आउट नहीं होता है। वहीं, बीएसएससी परीक्षा का प्रश्न पत्र आउट होने के बाद आयोग की तरफ से सफाई आई है।
आयोग के सचिव की तरफ से कहा गया है कि शुक्रवार दोपहर 12:30 बजे विश्वस्त सूत्रों से व्हाट्सएप पर कुछ प्रश्नों के पन्ने प्राप्त हुए। पन्नों का मिलान करने पर पता चला कि आज की प्रथम चरण की परीक्षा से संबंधित हैं। सत्यापन एवं जांच के क्रम में प्रश्नपत्र के पन्नों से संबंधित परीक्षा केंद्र एवं इस घटना से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां मिली है। प्रथम चरण की परीक्षा 10:00 बजे से 12:15 बजे तक थी।