BSP Mayawati Akash Anand: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने रविवार को एक्शन लिया और भतीजे आकाश आनंद को सभी पद से हटा दिया। आकाश की दूसरी बर्खास्तगी तब हुई जब बसपा प्रमुख ने दावा किया कि निष्कासित बसपा नेता और उनके ससुर पूर्व सांसद अशोक सिद्धार्थ के साथ संबंधों के कारण उन्हें पद से हटाया गया है। मायावती ने अपने भाई आनंद कुमार को राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर बनाया है। मायावती ने कहा कि मेरे जीते जी कोई भी पार्टी का उत्तराधिकारी नहीं होगा। भतीजे आकाश आनंद से खटपट अब खुलकर सामने आई है।
पद से हटाने के बाद मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट लिखी है। मैं परमपूज्य आदरणीय बहन कु. मायावती जी का कैडर हूं, और उनके नेतृत्व में मैने त्याग, निष्ठा और समर्पण के कभी ना भूलने वाले सबक सीखे हैं, ये सब मेरे लिए केवल एक विचार नहीं, बल्कि जीवन का उद्देश्य हैं।
आदरणीय बहन जी का हर फैसला मेरे लिए पत्थर की लकीर के समान है, मैं उनके हर फैसले का सम्मान करता हूं उस फैसले के साथ खड़ा हूं। आदरणीय बहन कु. मायावती जी द्वारा मुझे पार्टी के सभी पदों से मुक्त करने का निर्णय मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से भावनात्मक है, लेकिन साथ ही अब एक बड़ी चुनौती भी है, परीक्षा कठिन है और लड़ाई लंबी है।
ऐसे कठिन समय में धैर्य और संकल्प ही सच्चे साथी होते हैं। बहुजन मिशन और मूवमेंट के एक सच्चे कार्यकर्ता की तरह, मैं पार्टी और मिशन के लिए पूरी निष्ठा से काम करता रहूंगा और अपनी आखिरी सांस तक अपने समाज के हक की लड़ाई लड़ता रहूंगा। कुछ विरोधी दल के लोग ये सोच रहे हैं कि पार्टी के इस फैसले से मेरा राजनीतिक करियर समाप्त हो गया।
उन्हें समझना चाहिए कि बहुजन मूवमेंट कोई करियर नहीं, बल्कि करोड़ों दलित, शोषित, वंचित और गरीबों के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान की लड़ाई है। यह एक विचार है, एक आंदोलन है, जिसे दबाया नहीं जा सकता। इस मशाल को जलाए रखने और इसके लिए अपना सब कुछ न्यौछावर करने के लिए लाखों आकाश आनंद हमेशा तैयार हैं।