BPSC PT Paper Leak: बीपीएससी पेपर लीक पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला किया। नीतीश सरकार हर मामले में फेल हो गई है। तेजस्वी यादव ने प्रश्न पत्र ‘लीक’ होने पर सोमवार को कड़ी नाराजगी जताई। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यादव ने कहा कि आयोग का नाम बदलकर ‘लीक आयोग’ कर दिया जाना चाहिए।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण, दुखद और निंदनीय है। स्कूल के पेपर समेत कई परीक्षाओं में ऐसा कई बार हो चुका है। लेकिन कोई नहीं सीखता। हमने इसे कई बार उठाया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। छात्रों की जिंदगी से खेला जा रहा है।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि देश में चर्चा बुलडोजर और लाउडस्पीकर पर की जा रही है, ये मुद्दा नहीं है। एक एजेंसी की रिपोर्ट है कि दिल्ली में लगभग 80-90% निर्माण अवैध है तो क्या पूरी दिल्ली पर बुलडोजर चलाया जाएगा। बेरोजगारी और महंगाई से ध्यान हटाने के लिए ये सब हो रहा है।
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने रविवार को हुई सिविल सेवा (प्रारंभिक) की परीक्षा का प्रश्न पत्र ‘लीक’ होने के बाद व्यापक रोष के चलते परीक्षा रद्द कर दी। दोपहर में परीक्षा शुरू होने से कुछ मिनट पहले प्रश्न पत्रों के एक सेट के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे।
बीपीएससी परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने बताया, ‘‘परीक्षा रद्द कर दी गई है। अन्य घोषणाएं नियत समय में की जाएंगी।’’ बीपीएससी के सचिव जीत सिंह ने कहा कि पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है और तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य की नीतीश कुमार सरकार से उन अभ्यर्थियों को मुआवजा देने की मांग की जो लंबी दूरी तय कर परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देने पहुंचे थे। यादव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘बीपीएससी में गड़बड़ी हुई है, यह कोई अच्छी खबर नहीं है। कल की घटना के बाद कुछ भी कहने को बचा नहीं है।
अब समय गया है कि लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर ‘लीक आयोग’ कर दिया जाए। परीक्षाएं शायद ही समय पर होती हैं और जब ये आयोजित कराई जाती हैं, तो और देरी अनियमितताओं के नाम पर होती है।’’ यादव ने दावा किया कि जब भी विधानसभा का सत्र होता है, वह बीपीएससी के कामकाज की शैली का मुद्दा उठाते हैं।
उन्होंने मांग की कि ‘‘जिन अभ्यर्थियों का परीक्षा केंद्र अपने गृहनगर से दूर था और जिन्हें सबसे अधिक परेशानी हुई, उन्हें पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।’’ गौरतलब है कि रविवार दोपहर परीक्षा होने से कुछ मिनट पहले ही प्रश्नपत्र के ‘स्क्रीनशॉट’ सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे।
हालांकि, परीक्षा को तत्काल रद्द नहीं किया गया था और आयोग ने शाम को प्रश्न पत्र ‘लीक’ होने की घटना के बारे में संतुष्ट होने के बाद परीक्षा रद्द करने की घोषणा की थी। यादव ने पूरे मामले की तेजी से जांच कर दोषियों को पकड़े जाने की मांग की।