BPSC PT Paper Leak: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) पीटी परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में विपक्ष ने नीतीश सरकार पर हमला बोल दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोई गड़बड़ करेगा तो उस पर कार्रवाई होगी. छोड़ा नहीं जाएगा.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में कहा कि पेपर लीक की सूचना मिली तो तुरंत एक्शन लेते हुए उसे रद्ध किया गया. अभी जांच की जा रही है कि पेपर कहां से लीक हुआ? मैंने पुलिस को जांच में तेजी लाने के लिए कहा है. जिस व्यक्ति ने भी पेपर लीक किया उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेपर लीक की सूचना मिलने के बाद तुरंत एक्शन लिया गया और बीपीएससी पीटी परीक्षा रद्द कर दिया गया है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. पेपर कहां से और कैसे लीक हुआ है, इसकी जांच के लिए मैंने तेजी लाने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति ने भी पेपर लीक किया होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
इस मामले की जांच के लिए आयोग द्वारा गठित कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आयोग के अध्यक्ष आरके महाजन ने परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया. बीपीएससी के प्रश्नपत्रों को लिक करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा. साथ ही भविष्य में इस तरह की गड़बड़ी नहीं हो, इसकी व्यवस्था की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि कल वे पार्टी कार्यालय में थे.
तभी इसकी सूचना मिली. इसके बाद उन्होंने शाम में अधिकारियों को इस बाबत निर्देश दिया है. इस मामले में बहुत एक्शन हो रहा है. इतनी फुलप्रुफ व्यवस्था के बावजूद ये कैसे हुआ, इसकी जांच की जा रही है. क्योंकि प्रश्नपत्र केंद्रों को भेजा जाता है, वहां से इसे छात्रों के हाथ में जाना था, इस बीच कैसे लीक हो गया यह गंभीर मामला है.
इसकी जांच की जा रही है. बहुत जल्द पूरे मामले की जांच की जाएगी, उन्होंने इसका निर्देश दिया है. भविष्य में ऐसा नहीं हो, इसकी व्यवस्था करने को भी कहा गया है. वहीं, नेता धर्मेन्द्र प्रधान से पिछले दिनों हुई मुलाकात पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि धर्मेन्द्र प्रधान जी से बहुत पुराना नाता रहा है. कोई बात हुई नहीं कोई चर्चा हुई नहीं लेकिन न्यूज छप गया.
उनसे आज का नहीं बल्कि बहुत पुराना संबंध है. धर्मेन्द्र प्रधान एमपी ही रहे हैं, राज्यसभा के सदस्य भी रहे हैं, अपनी पार्टी के प्रभारी भी रहे हैं. उनकी इच्छा हुई मिलने की जिसके बाद हमलोगों की बातचीत हुई. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी जी को भी हमने बुलाया फिर हमलोगों की बातचीत शुरू हुई. कोई ऐसी बात नहीं थी बातचीत निजी थी इसका दूसरा अर्थ निकालना उचित नहीं है.
वही जातीय जनगणना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सब पार्टी के लोगों के साथ बातचीत करके इसे कब से लागू करना है उसके बारे में निर्णय लिया जाएगा. कई राज्य में जातीय जनगणना पर काम हो रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में जातीय जनगणना जब होगा तब पूरे तौर पर होगा अधूरा नहीं होगा. सरकार सभी लोगों का राय लेगी उसके बाद जातीय जनगणना पर काम किया जाएग.
एक बार मीटिंग करेंगे तब कई तरह का आईडिया आएगा. बीच में कोरोना का खतरा आ गया था इसलिए इस पर बातचीत नहीं हुई. यहां बता दें कि प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच के लिए आयोग की रिपोर्ट के आधार पर परीक्षा रद करने का निर्णय लिया गया. आयोग की अनुशंसा के बाद डीजीपी एसके सिंघल ने मामले की जांच की जिम्मेदारी ईओयू को सौंप दी.
देर रात इसकी जांच भी शुरू कर दी गई. जांच टीम को एडीजी नैयर हसनैन खान लीड कर रहे हैं. टीम में कई साइबर विशेषज्ञ भी शामिल किए गए हैं. बीपीएससी 67वीं सयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा की पहली ऐसी संयुक्त पीटी परीक्षा है, जिसे पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दिया गया.
इससे पहले पश्नों के उत्तर को लेकर तो लगभग हर साल छात्रों के द्वारा बीपीएससी को कोर्ट में चुनौती दी जाती रही है. लेकिन पेपर लीक होने के कारण परीक्षा कभी रद्द नहीं हुई. हालांकि पिछले साल एक सेंटर का परीक्षा रद्द कर दोबारा लेनी पड़ी थी.