पटनाः बिहार लोक सेवा आयोग(बीपीएससी) ने शिक्षक बहाली पुनर्परीक्षा टीआरई- 3 के आयोजन के दौरान किसी भी तरह के कदाचार या प्रश्नपत्र लीक को रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। बीपीएससी के अध्यक्ष रवि मनुभाई परमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि तीसरे चरण की शिक्षक बहाली में नए तरीके का प्रयोग जाने वाला है। उन्होंने बताया कि पेपर लीक करने वालों की पहचान तुरंत कर ली जाएगी। पेपर लीक हुआ भी तो उसका विस्तार उसी जिले से बाहर नहीं हो पाएगा। इससे राज्य के सभी केंद्रों की परीक्षा रद्द करने की नौबत नहीं आएगी। परमार ने बताया कि इसके लिए हर जिले के लिए अलग अलग प्रश्न पत्र सेट किए गए हैं। राज्य के 27 जिलों में 404 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा होगी। उन्होंने बताया कि इसे अलग-अलग प्रिंटिंग प्रेस में छपवाया जाएगा। कलर कोडिंग होगी।
किस रंग का सेट का किस जिले में उपयोग किया जाएगा। इसकी सूचना जिलाधिकारी को परीक्षा से 3 घंटे पहले दी जाएगी। प्रश्न पत्र पहुंचाने वाली गाड़ी में जीपीएस ट्रैकर लगे होंगे। उन्होंने बताया कि परीक्षा के प्रश्न पत्र कई सेटों में होंगे और कितने सेट होंगे यह सरप्राइज रखा जाएगा। कदाचार को रोकने के लिए प्रश्नपत्र एक ही प्रेस में नहीं छपवाए जाएंगे, बल्कि अलग-अलग प्रेस में छपवाए जाएंगे।
इससे प्रश्नपत्र लीक होने की संभावना कम हो जाएगी। प्रश्नपत्रों के ट्रांसपोर्टेशन, रैपिंग और पैकिंग के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं ताकि सुरक्षा बनी रहे और किसी भी प्रकार की अनियमितता न हो सके। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए जाएं। परीक्षा केंद्रों पर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो सके।
इसके अलावा परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी को रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों पर निगरानी बढ़ाई जाएगी। परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और निगरानी टीमों को तैनात किया जाएगा। परीक्षार्थियों की पहचान की भी सख्ती से जांच की जाएगी ताकि कोई भी गलत तरीके से परीक्षा में शामिल न हो सके।