लाइव न्यूज़ :

बीएमसी ने उच्च जोखिम वाले देशों से आने वाले यात्रियों के लिए सात दिन का पृथक-वास अनिवार्य किया

By भाषा | Updated: December 4, 2021 18:30 IST

Open in App

मुंबई, चार दिसंबर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच उच्च जोखिम वाले देशों से शहर में आने वाले लोगों के लिए सात दिन का गृह पृथकवास अनिवार्य किया है।

बीएमसी द्वारा शुक्रवार को जारी आदेश में कहा गया कि गृह पृथकवास की अवधि के दौरान, इसके वार्ड-स्तरीय कोविड-19 वॉर रूम के कर्मचारी इन देशों से लौटे लोगों को दिन में पांच बार कॉल करेंगे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं।

मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर रोजाना हजारों यात्रियों का आवागमन होता है।

नगरपालिका के आदेश में कहा गया है कि हवाई अड्डे के अधिकारियों के समन्वय के साथ, बीएमसी को हर दिन यात्रियों की एक सूची प्राप्त होगी, जो "उच्च-जोखिम" या "जोखिम में" के रूप में परिभाषित देशों से आते हैं। सूची में इन यात्रियों के विस्तृत पते और संपर्क नंबर भी शामिल होंगे।

उसमें कहा गया, “बीएमसी को सूची रोजाना सुबह 10 बजे मिलेगी, जिसके बाद उसके कर्मचारी यात्रियों से संपर्क कर उन्हें अगले सात दिनों तक घर में पृथकवास की सूचना देंगे। पृथकवास संबंधी आदेश का पालन करना अनिवार्य है और यदि यात्री इसका उल्लंघन करते पाए जाते हैं तो उन्हें सरकार द्वारा संचालित संस्थानों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।”

आदेश में कहा गया कि सात दिनों के बाद आरटी-पीसीआर जांच की जाएगी और उसके अनुसार आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

बीएमसी ने आदेश में कहा, “वार्ड-स्तरीय वॉर रूम यात्रियों के स्वास्थ्य की स्थिति की निगरानी के लिए दिन में पांच बार फोन कर यह सुनिश्चित करेंगे कि ये सभी यात्री अपने घर में पृथक-वास की अवधि के दौरान दिन में पांच बार कॉल करके प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कर रहे हैं।”

उसमें कहा गया कि वार रूम को ऐसे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की हाउसिंग सोसाइटी को घर में पृथकवास के परामर्श के बारे में सूचित करने के लिए भी कहा गया है। पृथकवास अवधि के दौरान किसी भी आगंतुक को उनके घर पर जाने की अनुमति नहीं होगी। यदि आदेश का उल्लंघन किया जाता है, तो हाउसिंग सोसाइटी प्रबंधन को इसकी सूचना वार्ड कार्यालय या नगरपालिका के चिकित्सा अधिकारियों को देने के लिए कहा गया है।

पहली बार दक्षिण अफ्रीका में मिला ओमीक्रोन स्वरूप को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चिंता का स्वरूप वर्गीकृत किया है।

भारत में ओमीक्रोन के पहले मामलों की पुष्टि कर्नाटक में दो लोगों में हुई है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटAustralia vs England, 2nd Test: इंग्लैंड 43 रन पीछे और हाथ में 4 विकेट, दूसरी पारी में सस्ते में निपटे अंग्रेज खिलाड़ी 

क्रिकेटRohit Sharma IND vs SA 3rd ODI: 27 रन और 20000 रन पूरे, भारत के चौथे खिलाड़ी, देखिए लिस्ट

कारोबार500 किमी तक की उड़ान के लिए किराया 7,500, 500-1,000 किमी के लिए टिकट की कीमत 12,000 रुपये तय, जानें रेट लिस्ट

ज़रा हटकेVIDEO: दूल्हा मंडप में खेलने लगा फ्री फायर, देखें वायरल वीडियो

क्रिकेटपुडुचेरी ने बंगाल को 96 पर किया आउट, मोहम्मद शमी को जमकर कूटा, 24 गेंद में 34 रन, 81 से हार

भारत अधिक खबरें

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत