कोलकाता: जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार ने बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने भी शपथ ली। नीतीश (71) ने मंगलवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के मुख्यमंत्री के तौर पर इस्तीफा दे दिया था और सात दलों के महागठबंधन के विधायकों के समर्थन से नई सरकार बनाने का दावा पेश किया था। उन्होंने आठवीं बार मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली।
इस बीच पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने बुधवार को कहा कि बिहार में जो हुआ उससे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को फायदा हुआ है। भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि ने नीतीश कुमार को 2020 में बिहार में सरकार बनाने में मदद की। नीतीश कुमार राजनीति की संपत्ति नहीं हैं, वे एक दायित्व हैं। बिहार में भारतीय जनता पार्टी अपने दम पर सरकार बनाएगी।
बता दें कि बिहार में नई महागठबंधन सरकार का जश्न मनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव के बंगले और राजभवन के बाहर शपथ लेने वाली राजद-जदयू के नेताओं और कार्यकर्ताओं सहित समर्थक बुधवार को सैकड़ों की संख्या में इकठ्ठा हो गए। गठबंधन के विभिन्न दलों के उत्साहित कार्यकर्ताओं ने मिठाइयां बांटी, ढोल पीटा और नृत्य किया तथा आतिशबाजी की।
जहानाबाद के एक राजद समर्थक विनय बिहारी 50 लोगों के साथ 69 किमी साइकिल चलाकर पटना पहुंचे थे, अपनी पार्टी द्वारा समर्थित सरकार की वापसी पर शपथ ग्रहण समारोह के लिए ठीक समय पर राजभवन पहुंचे। विनय ने तेजस्वी और राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद के नेतृत्व कौशल की प्रशंसा करते हुए कहा, "कमाल हो गया।" एक अन्य राजद समर्थक ने अपने साथी साथियों को लड्डू बांटते हुए कहा कि उन्हें यकीन है कि बिहार का अब सच्चा विकास होगा।
उत्साहित समर्थक ने कहा कि लोग खुश हैं क्योंकि काले दिन खत्म हो गए हैं और युवाओं को रोजगार मिलेगा। जदयू के समर्थक दयानंद ने इस पल का जश्न मनाते हुए कहा कि बिहार के लोग 2024 में नीतीश कुमार को भारत के प्रधानमंत्री के रूप में देखना पसंद करेंगे और यह शुरुआत है। उन्होंने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि जब कुमार दिल्ली जाएंगे तो तेजस्वी यादव राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे।