गोलपारा: ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के अध्यक्ष बदरुद्दीन अजमल ने इस बात का दावा किया कि बिना मुस्लिम वोटों के भारतीय जनता पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव नहीं जीत सकती और न ही राज्य में सरकार नहीं बना सकती है।
सांसद अजमल ने पार्टी नेताओं के साथ मंगलवार शाम में गोलपाड़ा में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी कहा था कि हमें मुस्लिम इलाकों में जाना चाहिए। पार्टी को मस्जिदों और मदरसों का दौरा करना चाहिए और मुस्लिमों को अपने पास लाना चाहिए ताकि हम कम से कम 10 फीसदी वोट पाकर सरकार बना सकें, अन्यथा हम सरकार नहीं बना सकते हैं।''
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार बदरुद्दीन अजमल ने कहा, "भाजपा कहती है कि अगर मुसलमान साथ आएंगे तो हम उनका स्वागत करेंगे। लेकिन मैं अपनी पार्टी के सदस्यों और समर्थकों को कहूंगा कि वो आगामी लोकसभा चुनाव में मुसलमानों को सलाह दें कि वो भाजपा को वोट न दें।"
उन्होंने कहा, "हमने पहले ही अपनी पार्टी के सदस्यों और समर्थकों को कहा है कि एक भी मुस्लिम वोट भाजपा को न जाए। इसके लिए वो हर तरह से प्रयास करें।"
मालूम हो कि सांसद अजमल ने बीते नवंबर में कहा था कि उनकी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस को असम में 11 सीटें दी हैं। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा था कि उनकी पार्टी एआईयूडीएफ असम में तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
अजमल ने कहा था, "हम असम में 14 लोकसभा सीटों में से 3 पर चुनाव लड़ेंगे। हम धुबरी, नागांव और करीमगंज सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और हमने बीजेपी के खिलाफ लड़ने के लिए अन्य 11 सीटें कांग्रेस को दे दी हैं। एआईयूडीएफ इंडिया गठबंधन का समर्थन करेगा।"
इस बीच लोकसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे के समझौते के लिए इंडिया गठबंधन के घटक दलों के बीच बातचीत जारी है। वहीं दूसरी ओर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी बीते मंगलवार को राज्य में पार्टी की प्रमुख बैठकों की अध्यक्षता करने के लिए गुवाहाटी पहुंचे।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा आगामी लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए पार्टी की असम इकाई की राज्य कार्यकारिणी और कोर समिति की बैठकों की अध्यक्षता करेंगे। असम से बीजेपी के नौ सांसद हैं। असम में कुल 14 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें कांग्रेस के तीन सांसद, एआईयूडीएफ के एक और एक सीट पर एक स्वतंत्र उम्मीदवार है।