योगी आदित्यनाथ से नाराज़ शिवसेना क्या भाजपा से तोड़ेगी नाता?
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: May 31, 2018 18:44 IST2018-05-31T18:44:38+5:302018-05-31T18:44:38+5:30
उपचुनाव के दौरान प्रचार के समय हुई घटना से शिवसेना काफी आहत है और उद्धव ठाकरे ने आज ये साफ़ भी कर दिया।

योगी आदित्यनाथ से नाराज़ शिवसेना क्या भाजपा से तोड़ेगी नाता?
नई दिल्ली, 31 मई: अपनी लोकसभा चुनाव में अब तक की सबसे बड़ी जीत की चौथी सालगिरह मन रही बीजेपी को आज अपने सबसे पुराने सहयोगी शिव सेना से एक बार फिर गुरुवार को खरी खोटी सुनने को मिली। बीजेपी को ये सब उस दिन सुनने को मिला जब पार्टी ने उपचुनाव में एकजुट विपक्ष के सामने कैराना, फूलपुर में करारी हार झेलना पड़ी।
उपचुनाव के आज जो परिणाम आये हैं उसमें भाजपा और सहयोगी दल ने दो लोकसभा सीटों पर विजय प्राप्त करी जबकि कांग्रेस और समर्थित दल ने बाकी दो लोकसभा सीट अपने कब्जे में करीं। वहीं 11 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने एक सीट जीती तो कांग्रेस ने 3 और बाकी सात सीटें अन्य दलों के खाते में गयीं।
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शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी की पालघर लोकसभा सीट की जीत पर ही सवाल उठा दिए और चुनाव आयोग से पुनर्मतगणना की माँग कर डाली। उद्धव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी खासे नाराज़ दिखे और उन्होंने भाजपा नेता के चप्पल पहन कर शिवाजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण की निंदा करी। उद्धव इस बात पर भी नाराज़ थे कि भाजपा के किसी नेता ने योगी आदित्यनाथ मामले पर न तो कोई स्पष्टीकरण दिया न ही माफी माँगी।
बता दें, आदित्यनाथ को इस घटना के ठीक बाद भी उध्दव ने अपनी एक चुनावी सभा में भी काफी बुरा भला कहा था। उन्होंने योगी के मुख्यमंत्री बनने पर सवाल उठाया और कहा की अगर वो सही में योगी हैं तो उन्हें सांसारिक सुखों से दूर रहना चाहिए।
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उद्धव ने योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर वो होते तो आदित्यनाथ की उसी चप्पल से पिटाई करते। योगी ने बदले में सिर्फ इतना कहा कि वो उद्धव ठाकरे से ज़्यादा पूजा पाठ जानते हैं और ज़्यादा संस्कारी हैं।