भारतीय जनता पार्टी और उससे संबद्ध संगठनों ने पाकिस्तान में महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा विखंडित किए जाने के खिलाफ बुधवार को यहां पाकिस्तानी उच्चायोग के समीप प्रदर्शन किया।प्रदर्शनकारी चाणक्यपुरी के तीन मूर्ति इलाके में एकत्रित हुए। पुलिस ने उन्हें पाकिस्तानी उच्चायोग के समीप एक अवरोधक लगाकर रोक दिया। पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, '' जिस तरह लाहौर में कट्टरपंथी और संकीर्ण मानसिकता वाले लोगों द्वारा महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को तोड़ा गया, भारत उसे कभी बर्दाश्त नहीं कर सकता। भाजपा हमेशा भाई-चारा और मानवता की बात करती है इसलिए हमारे देश में कट्टरपंथी एवं चरमपंथी मानसिकता के लोगों के लिए कोई जगह नहीं है।'' प्रदर्शनकारियों में भाजपा की दिल्ली इकाई की सिख शाखा, युवा मोर्चा और पूर्वांचल मोर्चा के नेता और कार्यकर्ता शामिल थे। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से माफी की मांग करते हुए उनके खिलाफ नारे लगाए।दिल्ली भाजपा की मीडिया शाखा के प्रमुख नवीन कुमार ने कहा, ‘‘हम खान से न केवल माफी मांगने की मांग कर रहे हैं बल्कि उनसे हिंदुओं और सिखों का उत्पीड़न तथा उनके मंदिरों और मूर्तियों को विखंडित करने से रोकने का आश्वासन देने के लिए भी कह रहे हैं। पाकिस्तानी सरकार को माफी भी मांगनी चाहिए और लाहौर में उस स्थान पर महाराजा रणजीत सिंह की विशाल प्रतिमा लगानी चाहिए जहां उसे गिराया गया।’’ गौरतलब है कि पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के लाहौर किले में मंगलवार को पहले सिख शासक महाराजा रणजीत सिंह की नौ फुट ऊंची कांसे की प्रतिमा को विखंडित कर दिया गया। भारत ने इस घटना को लेकर पाकिस्तान की आलोचना की है।
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