बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हुए हिंसा मामले में चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा 'यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। सीएम ने एसआईटी बनाई है। ऐसी घटना को राजनैतिक रंग देना उचित नहीं, जो कि कांग्रेस ऐसा कर रही है। जब एसआईटी की रिपोर्ट आएगी तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
बता दें कि बुलंदशहर के स्याना गांव में सोमवार को गौहत्या की अफवाह के बाद फैली हिंसा और एक पुलिस अधिकारी के मारे जाने के मामले में अब तक 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार ने मंगलवार को बताया कि बुलंदशहर हिंसा के मामले में 4 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। घटना के शेष नामजद और अज्ञात अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए दबिशें जी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल घटनास्थल वाले क्षेत्र में पूरी तरह शांति है। हालांकि एहतियात के तौर पर वहां पर अतिरिक्त पुलिस तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि हिंसा की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। इस जांच में यह पता लगाया जाएगा कि हिंसा क्यों हुई और क्यों पुलिस अधिकारी इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को अकेला छोड़कर भाग गए। इस मामले में पुलिस ने कुल 27 नामजद और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। बताया जाता है कि एक आरोपी योगेश राज बजरंग दल का जिला संयोजक है।