BJP National Council 2024 : दिल्ली के भारत मंडपम में BJP का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन चल रहा है। इस कार्यक्रम के दूसरे दिन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संबोधित करते हुए कहा कि मैं आज आप सबके माध्यम से भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि अगले चुनाव में दो खेमें आमने-सामने हैं।
उन्होंने कहा, "एक तरफ है मोदी जी के नेतृत्व में NDA का गठबंधन और दूसरा है कांग्रेस के नेतृत्व में सारी परिवारवादी पार्टियों का घमंडिया गठबंधन। ये घमंडिया गठबंधन भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति का पोषक है और भाजपा एवं NDA गठबंधन राष्ट्र प्रथम के सिद्धांत पर चलने वाला गठबंधन है।"
अमित शाह ने कहा, "पहली बार देश का गौरव पूरी दुनिया ने महसूस किया। दुनिया में भारत के लोग कहीं पर जाते हैं, तो वहां के लोग कहते हैं कि मोदी के भारत से आए हो न।दुनिया में ये पहचान बनाने का काम हमारे नेता नरेन्द्र मोदी जी ने किया है। न केवल महान भारत बनाने का साहस बल्कि उस स्वप्न को सिद्धि में परिवर्तित करने के लिए सामुहिक पुरुषार्थ करने का मन भी नरेन्द्र मोदी जी ने बनाया है और पूरे देश के सामने लक्ष्य रखा कि 2047 में भारत पूर्ण विकसित और आत्मनिर्भर भारत होगा।"
अमित शाह ने कहा, "75 वर्ष में इस देश ने 17 लोकसभा चुनाव, 22 सरकारें और 15 प्रधानमंत्री देखें हैं। देश में हर सरकार ने अपने समय पर समयानुकूल विकास करने का प्रयास किया है।लेकिन आज मैं बिना किसी कन्फ्यूजन के कह सकता हूं कि समग्र विकास, हर क्षेत्र का विकास और हर व्यक्ति का विकास करने का काम केवल नरेन्द्र मोदी जी के 10 वर्षों में हुआ है।"
बता दें कि इससे पहले राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले दिन शनिवार, 17 फरवरी को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अधिवेशन में एक राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के 10 साल के कार्यकाल में ‘राम राज्य’ की परिकल्पना को साकार किया गया है। भाजपा के शनिवार को शुरू हुए दो दिवसीय अधिवेशन के दौरान पारित ‘विकसित भारत-मोदी की गारंटी’ प्रस्ताव में कांग्रेस पर भी हमला किया गया। इसमें राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के संदर्भ में कहा गया कि कांग्रेस जहां भी सत्ता में थी, उसने जल्द ही वहां के लोगों का विश्वास खो दिया और लोग भाजपा को वहां वापस लेकर आए।
अधिवेशन में भाजपा के कई नेताओं ने दक्षिण भारत, किसानों और सिखों के लिए सरकार के विकास कार्यो, सांस्कृतिक-राष्ट्रवाद से संबंधित उपायों और विभिन्न पहल का उल्लेख किया। विभिन्न मांगों को लेकर किसानों के एक वर्ग के विरोध-प्रदर्शनों के बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संकल्प का प्रस्ताव पेश करते हुए अपनी टिप्पणी में कहा कि किसी भी सरकार ने किसानों के हित में इतना काम नहीं किया है जितना कि प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने किया है।