कर्नाटक में सरकार बनाने की जल्दी में नहीं भाजपा, बीएल संतोष और येदियुरप्पा के बीच की खाई पाटने की कवायद
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: July 25, 2019 07:29 AM2019-07-25T07:29:17+5:302019-07-25T07:29:17+5:30
भाजपा के नवनियुक्त संगठन महासचिव बी.एल. संतोष और येदियुरप्पा के बीच पहले से ही कड़वाहट रही है. पार्टी इस कड़वाहट और आपसी द्वंद्व को दूर करना चाहती है.
मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी के इस्तीफे के बावजूद 'कर्नाटक के नाटक' का अंत होने में कुछ और समय लग सकता है. इसकी वजह यह है कि भाजपा कर्नाटक में सरकार बनाने की जल्दी में नहीं है. वह इससे पहले अपने घर में हालात को पूरी तरह से नियंत्रण में करना चाहती है.
हालांकि यह तय माना जा रहा है कि कर्नाटक में बनने वाली भाजपा सरकार का नेतृत्व बी.एस. येदियुरप्पा ही करेंगे, लेकिन उनके नाम पर एक खास वर्ग को आपत्ति है. ऐसे में भाजपा चाहती है कि पहले अपने घर को पूरी तरह दुरुस्त कर लिया जाए, ताकि आने वाले समय में कोई समस्या न हो.
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा के नवनियुक्त संगठन महासचिव बी.एल. संतोष और येदियुरप्पा के बीच पहले से ही कड़वाहट रही है. पार्टी इस कड़वाहट और आपसी द्वंद्व को दूर करना चाहती है. पार्टी का मानना है कि बी.एल. संतोष की इच्छा के विरुद्ध येदियुरप्पा को कर्नाटक की कमान सौंपने से भविष्य में स्थानीय संगठन और सरकार में दरार पैदा हो सकती है.
यही वजह है कि पार्टी इन दोनों के बीच सौहार्द्र बनाने का प्रयास कर रही है. संगठन और सरकार में न हो मतभेद पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व चाहता है कि राज्य में सरकार का गठन केंद्रीय नेतृत्व और संगठन की संयुक्त ताकत का परिचायक हो. इसी वजह से पार्टी बी.एल. संतोष को नाराज नहीं करना चाहती. संतोष ने दक्षिण में भाजपा को विस्तार देने के लिए अपना जीवन दिया है. वह संघ के ऐसे पूर्णकालिक प्रचारक भी रहे हैं, जो तकनीकी रूप से दक्ष हैं और फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हैं.
येदियुरप्पा के लिए अंतिम मौका!
पार्टी के कई नेताओं का मानना है कि 75 वर्ष से ऊपर के येदियुरप्पा के लिए मुख्यमंत्री बनने का यह अंतिम अवसर है. उन्होंने कर्नाटक में पार्टी को एक पहचान दी है और ऐसे में उन्हें मौका दिया जाना चाहिए.
येदियुरप्पा को केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशों का इंतजार बेंगलुरु
कर्नाटक भाजपा के अध्यक्ष बी.एस. येदियुरप्पा ने कहा कि वे राज्य में वैकल्पिक सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं. येदियुरप्पा ने यहां पार्टी प्रदेश मुख्यालय 'केशव कृपा' में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों से मुलाकात के बाद कहा, ''मैं दिल्ली से निर्देशों का इंतजार कर रहा हूं.
इसके बाद हम किसी भी वक्त विधायक दल की बैठक बुला सकते हैं और सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राजभवन जा सकते हैं.'' उन्होंने कहा कि यह आरएसएस के आशीर्वाद और सहयोग से ही संभव हुआ है कि वह मुख्यमंत्री बनने के लिए तालुका से राज्य स्तर तक पहुंच सके. उन्होंने कहा, ''मैं अगला कदम उठाने से पहले संघ परिवार के बड़ों से आशीर्वाद लेने यहां आया हूं.''