बोले सीएम योगी- 2024 ही नहीं 2027 और 2032 में भी दोबारा बनेगी बीजेपी सरकार, अखिलेश यादव पर कसा तंज
By अनिल शर्मा | Updated: August 12, 2023 09:58 IST2023-08-12T09:51:07+5:302023-08-12T09:58:43+5:30
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर भारत की कृषि की बात होती है तो उसके साथ बाड़ी शब्द भी जुड़ा होता है। पशुपालन भी इसका एक हिस्सा है। और जिस बैल की आप बात कर रहे हैं वो भी उसी का एक हिस्सा है। आपके समय में उन्हें बुचड़खानों के हवाले कर दिया जाता था। हमारे समय में यह पशुधन का हिस्सा बना हुआ है।”

बोले सीएम योगी- 2024 ही नहीं 2027 और 2032 में भी दोबारा बनेगी बीजेपी सरकार, अखिलेश यादव पर कसा तंज
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान विपक्ष के नेता अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हमारी सरकार न केवल 2024 में, बल्कि 2027 और 2032 में भी बनेगी।” मुख्यमंत्री विधानसभा में बाढ़ और सुखाड़ पर चर्चा में विपक्षी दलों के नेताओं को जवाब दे रहे थे।
सीएम ने तुलसीदास की एक कविता की पंक्तियों का इस्तेमाल करते हुए अखिलेश यादव पर हमला बोला और कहा, ''तुलसीदास जी ने कहा था, 'समरथ को नहीं कोई दोष गोसाईं...' ऐसे लोगों पर ये बातें अक्षरश: फिट बैठती हैं, क्योंकि चांदी के चम्मच से खाने वाले लोग गरीबों, किसानों और दलितों की समस्याएं कैसे समझेंगे। आप उनका दर्द कैसे समझेंगे? देश के सभी लोग जानते हैं कि उन्होंने अति पिछड़ों और पिछड़ों के साथ कैसा व्यवहार किया।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ''महान किसान नेता और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का मानना था कि देश के विकास का रास्ता गांवों की गलियों से होकर गुजरता है. यदि समाजवादी पार्टी ने अपने कार्यकाल के दौरान चौधरी चरण सिंह की बातों पर जरा भी विचार किया होता, तो संभव है कि उत्तर प्रदेश में अपने इतिहास में किसान आत्महत्या की इतनी अधिक घटनाएँ नहीं देखी होतीं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ''चौधरी चरण सिंह की बातों के साथ-साथ मुझे महान साहित्यकार राम कुमार वर्मा जी की पंक्तियां भी याद आती हैं और इसी को ध्यान में रखकर डबल इंजन की सरकार चल रही है। देश के अन्नदाता किसानों को समर्पित ये पंक्तियाँ थीं: 'हे ग्राम देवता नमस्कार, सोने चाँदी से नहीं बल्कि तुमने मिट्टी से किया प्यार, हे ग्राम देवता नमस्कार'। सोने-चांदी के मोह में डूबे लोग अन्नदाता किसानों का महत्व नहीं समझेंगे। वे इन किसानों का दर्द भी नहीं समझेंगे।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर भारत की कृषि की बात होती है तो उसके साथ बाड़ी शब्द भी जुड़ा होता है। पशुपालन भी इसका एक हिस्सा है। और जिस बैल की आप बात कर रहे हैं वो भी उसी का एक हिस्सा है। आपके समय में उन्हें बुचड़खानों के हवाले कर दिया जाता था। हमारे समय में यह पशुधन का हिस्सा बना हुआ है।”
हे ग्राम देवता नमस्कार... pic.twitter.com/DyTashs2h4
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 11, 2023
बाढ़ और सूखे पर नहीं बोलने के लिए अखिलेश यादव पर बरसते हुए सीएम ने कहा, 'मैं पिछले एक घंटे से विपक्षी दल के नेता को सुन रहा था और एक घंटे के भाषण में बाढ़ और सूखे के मुद्दे पर उन्होंने ही बात की। गोरखपुर के जलजमाव का ज़िक्र किया और कुछ नहीं। विपक्षी दल के नेता के बयानों पर गौर करें तो यह स्पष्ट प्रतीत हुआ कि 2014, 2017, 2019 और 2022 का जनादेश जनता ने यूं ही नहीं दिया था।'
सीएम योगी ने इस बात पर जोर दिया कि किसानों का कल्याण कभी भी सपा की प्राथमिकता में नहीं रहा। किसानों की कोई जाति या धर्म नहीं होता। किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसल बीमा और मृदा स्वास्थ्य कार्ड है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवर यात्रा को लेकर अखिलेश यादव की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता यात्रा के दौरान पुष्पवर्षा से परेशान नजर आ रहे हैं। आपके समय में कांवर यात्रा पर प्रतिबंध था। हमारी सरकार किसी के साथ भेदभाव नहीं करती। सीएम योगी ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित किया कि नमाज जैसी सार्वजनिक प्रार्थनाएं सड़कों पर नहीं की जाती हैं और यह केवल बातचीत के माध्यम से किया जाता है।