लाइव न्यूज़ :

भाजपा सरकार हर राज्य में समान नागरिक संहिता लाएगी, राज्यसभा में बोले अमित शाह

By रुस्तम राणा | Updated: December 17, 2024 20:36 IST

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संविधान के 75 साल पूरे होने पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान बोलते हुए उन्होंने समान नागरिक संहिता (यूसीसी), मुस्लिम पर्सनल लॉ और धार्मिक आरक्षण सहित प्रमुख मुद्दों को संबोधित किया।

Open in App

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राज्य सभा में  यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) को लागू करने की भाजपा सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र बहुत गहराई से जुड़ा हुआ है और उन्होंने देश को वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में उभरने में सक्षम बनाने का श्रेय संविधान को दिया। संविधान के 75 साल पूरे होने पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान बोलते हुए उन्होंने समान नागरिक संहिता (यूसीसी), मुस्लिम पर्सनल लॉ और धार्मिक आरक्षण सहित प्रमुख मुद्दों को संबोधित किया। 31 घंटे तक चली दो दिवसीय मैराथन बहस का समापन करते हुए शाह ने सरदार पटेल के एकीकरण प्रयासों की सराहना की और उनके योगदान के महत्व को रेखांकित किया।

भारत की लोकतांत्रिक सफलता शाह ने इस बात पर जोर दिया कि भारत का लोकतंत्र वहां सफल हुआ, जहां अन्य विफल रहे। उन्होंने कहा, "पिछले 75 वर्षों में कई देशों ने स्वतंत्रता प्राप्त की, लेकिन वहां लोकतंत्र पनप नहीं पाया। हालांकि, हमारा लोकतंत्र बहुत मजबूत है। हमने बिना खून की एक बूंद बहाए कई बदलाव किए।" 

शाह ने कहा कि भारत के लोगों ने लोकतांत्रिक तरीकों से "कई तानाशाहों के अहंकार को चकनाचूर कर दिया है।" आर्थिक उपलब्धियां और वैश्विक स्थिति भारत की आर्थिक उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए शाह ने कहा कि देश ने संदेह करने वालों को गलत साबित कर दिया है। 

उन्होंने कहा, "हमारे देश के लोगों और हमारे संविधान ने उन लोगों को करारा जवाब दिया है, जो कहते थे कि हम कभी आर्थिक रूप से स्वतंत्र नहीं हो सकते। आज हम पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और हमने ब्रिटेन को पीछे छोड़ दिया है।"

संविधान संसोधन पर बात करते हुए अमित शाह ने कहा, "...हमारे संविधान में संविधान को कभी भी अपरिवर्तनीय नहीं माना गया है। अनुच्छेद 368 में संविधान में संशोधन का प्रावधान है...कुछ राजनेता 54 वर्ष की आयु में खुद को 'युवा' कहते हैं। संविधान लेकर घूमते रहते हैं और कहते हैं कि संविधान बदल देंगे।"

उन्होंने आगे कहा, "मैं बताना चाहता हूं कि संविधान में संशोधन का प्रावधान अनुच्छेद 368 में है...भाजपा ने 16 साल तक शासन किया और हमने संविधान में 22 परिवर्तन किए। ..कांग्रेस ने 55 साल राज किया और 77 परिवर्तन किए..."। गृह मंत्री ने कहा, "...संविधान में 39वें संशोधन ने सभी सीमाएं पार कर दीं। 10 अगस्त, 1975 का दिन हमारे संविधान में काला दिन था। इंदिरा गांधी के चुनाव को इलाहाबाद न्यायालय ने अमान्य घोषित कर दिया।"

ईवीएम पर विपक्ष के आरोप का जवाब देते हुए शाह ने उच्च सदन में कहा, "आज वे हार जाते हैं और EVM को दोष देते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने EVM के खिलाफ याचिका को 24 बार खारिज कर दिया। चुनाव आयोग ने EVM को 3 दिन तक रखा कि इसे हैक करके दिखाए। लेकिन कोई नहीं गया। "

टॅग्स :अमित शाहराज्य सभासमान नागरिक संहिता (यूनिफॉर्म सिविल कोड)
Open in App

संबंधित खबरें

भारत'अमित शाह ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन का आधार तैयार करने के लिए SIR का इस्तेमाल किया', ममता बनर्जी ने लगाया आरोप

भारतआपका यहां तक पहुंचना लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत, उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन को लेकर पीएम मोदी ने राज्यसभा में बोले, वीडियो

भारतनूरा कुश्ती या भड़ास निकालने का सही समय, महायुति में मारामारी

भारतगृह मंत्री अमित शाह से मिले सम्राट चौधरी, और अधिक मजबूती से काम करेगी NDA सरकार

भारतConstitution Day 2025: 'मजबूत राष्ट्र के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करता है संविधान', अमित शाह ने संविधान दिवस की दी शुभकामनाएं

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई