नई दिल्ली: भाजपा ने बीते गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा टिप्पणी को 'हास्यास्पद' करार दिया है। पार्टी ने कहा कि सक्रिय राजनीति छोड़ने के बावजूद मनमोहन सिंह देश के लोगों को गुमराह करने की अपनी आदत नहीं छोड़ रहे हैं।
समाचार वेबसाइट टाइम्स नाउ के अनुसार 1 जून को लोकसभा चुनाव के सातवें चरण से पहले पंजाब के मतदाताओं को लिखे एक पत्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी पर चुनावी अभियान में "घृणास्पद भाषण" देकर सार्वजनिक चर्चा की गरिमा और प्रधानमंत्री के कार्यालय की गंभीरता को कम करने का आरोप लगाया था।
इसके साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री सिंह ने पीएम मोदी पर उनके दिये भाषणों में गलत बयानी करने का भी गंभीर आरोप लगाया था।
मनमोहन सिंह के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा, ''पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लोकसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन अचानक अपने पत्र में जो आरोप लगाए हैं, वह न केवल हास्यास्पद है बल्कि उन्हें इस तरह का आरोप लगाना शोभा भी नहीं देते हैं। मनमोहन सिंह ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने देश के प्रधानमंत्री का पद संभाला था।”
भादपा नेता सिंह ने कहा, "ऐसा लगता है कि सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने के बाद भी डॉक्टर मनमोहन सिंह ने देश के लोगों को गुमराह करने की अपनी आदत को नहीं छोड़ी है।"
पूर्व पीएम की इस टिप्पणी पर कि मोदी ने प्रधानमंत्री पद की गरिमा कम कर रहे हैं, आर के सिंह ने कहा, "आज दुनिया भर में भारत का डंका बज रहा है। हमने पिछले साल जी-20 बैठक में इसकी झलक देखी थी।"
आरके सिंह ने आगे कहा, "हालांकि लोग यह नहीं भूले हैं कि प्रधानमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान कथित तौर पर "सुपर पीएम" का भी पद हुआ करता था और देश में आने वाले विदेशी गणमान्य व्यक्ति केवल सुपर पीएम से मिलना पसंद करते थे।''
पूर्व पीएम के इस दावे पर कि उन्होंने कभी किसी समुदाय को निशाना नहीं बनाया है, आरके सिंह ने कहा, "सच्चाई यह है कि यह मनमोहन सिंह ही थे, जिन्होंने दो बार कहा था कि इस देश के संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का है।"
उन्होंने मनमोहन सिंह के इस आरोप पर भी निशाना साधा कि भारत की अर्थव्यवस्था में पिछले 10 वर्षों में "अकल्पनीय उथल-पुथल" देखी गई है, आरके सिंह ने कहा, "आपके कार्यकाल के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था नाजुक दौर में थी।"
उन्होंने कहा, "आज देश की अर्थव्यवस्था विश्व के शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। आपके कार्यकाल की तुलना में देश में लगभग तीन गुना वृद्धि देखी गई है। भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है।"