झारखंड नतीजे 2019: आजसू-बीजेपी साथ लड़ती तो जीत सकती थी 40 सीटें, कांग्रेस-JMM को होता ये नुकसान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 25, 2019 09:21 AM2019-12-25T09:21:28+5:302019-12-25T11:34:06+5:30
साथ लड़ने पर बीजेपी 9 सीटें ज्यादा हासिल कर सकती और वहीं आजसू को 4 और सीटें मिलने की संभावना थी।
झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में अगर आजसू और बीजेपी साथ लड़ती तो ये गठबंधन 40 सीटों पर जीत हासिल कर सकती थी। भारतीय जनता पार्टी और ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन ने चुनाव अलग-अलग लड़ा जिसका नुकसान दोनों दलों को हुआ। सीट बंटवारे के मुद्दे पर चुनाव से कुछ दिनों पहले ही आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने एनडीए से अलग होने की घोषणा की थी।
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के अनुसार, आजसू-बीजेपी मिलकर लड़े होते तो जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन को 34 सीटों पर रोक सकते थे। बीजेपी-आजसू को इस चुनाव में 41.5 फीसदी वोट मिले हैं जबकि कांग्रेस-जेएमएम-आरजेडी गठबंधन को 35.5 फीसदी वोट मिले हैं।
दोनों दल साथ लड़ते तो 13 सीटों पर बीजेपी-आजसू गठबंधन की जीत होती। बीजेपी 9 सीटें ज्यादा हासिल कर सकती और वहीं आजसू को 4 और सीटें मिलने की संभावना थी। झारखंड चुनाव 2019 में बीजेपी को 25 जबकि आजसू ने दो सीटों पर जीत हासिल की है।
इसी तरह जेएमएम-कांग्रेस को भारी नुकसान होता। जेएमएम की जीती 9 सीटों और कांग्रेस की जीती 4 सीटों पर बीजेपी-आजसू पार्टी के संयुक्त वोट ज्यादा थे। हालांकि ये मजेदार बात है कि जेवीएम, एनसीपी, निर्दलीय और भाकपा-माले ने जो 7 सीटें जीती हैं, बीजेपी-आजसू गठबंधन होने पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ता। बता दें कि एनसीपी ने जो हुसैनाबाद सीट जीती हैं वहां से बीजेपी ने कोई प्रत्याशी नहीं उतारा था। एनसीपी विधायक कमलेश कुमार सिंह बीजेपी सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। हालांकि ये बातें सिर्फ चुनावी गणित हैं। कुल 8 सीटों पर आजसू उम्मीदवारों को बीजेपी प्रत्याशी से ज्यादा वोट मिले हैं।
दल सीट
जेएमएम 30
बीजेपी 25
कांग्रेस 16
जेवीएम 03
आजसू 02
निर्दलीय 02
माले 01
एनसीपी 01