Birbhum Violence: कांग्रेस ने बीरभूम हिंसा को बताया मध्यकालीन बर्बरता का जीता जागता उदाहरण, कहा - यहां मानवराज नहीं, दानवराज है
By रुस्तम राणा | Updated: March 24, 2022 16:40 IST2022-03-24T16:40:19+5:302022-03-24T16:40:19+5:30
गुरुवार को हिंसाग्रस्त क्षेत्र में पहुंचे कांग्रेस नेता ने कहा, यह मध्यकालीन बर्बरता का जीता जागता उदाहरण है। यहाँ 'मानव राज' की जगह 'दानव राज' है।

Birbhum Violence: कांग्रेस ने बीरभूम हिंसा को बताया मध्यकालीन बर्बरता का जीता जागता उदाहरण, कहा - यहां मानवराज नहीं, दानवराज है
बीरभूम: पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने ममता सरकार पर जमकर हमला किया है। गुरुवार को हिंसाग्रस्त क्षेत्र में पहुंचे कांग्रेस नेता ने कहा, यह मध्यकालीन बर्बरता का जीता जागता उदाहरण है। यहाँ 'मानव राज' की जगह 'दानव राज' है। सीएम ने राज्य को तबाह कर दिया है। पुलिस और टीएमसी की मिलीभगत से राज्य को लूटा जा रहा है। बंगाल में किसी अन्य राज्य को ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
वे गुरुवार को बीरभूम के रामपुरहाट पहुंचे। जहां बोगटूई गांव में सुरक्षा बल तैनात किया गया है। इस दौरान कांग्रेस नेता ने कहा, यहां के लोग सरकार पर भरोसा नहीं करते हैं, इसलिए हमने आर्टिकल 355 की मांग की है, हम इसके लिए कोर्ट में भी गए।
It's a living example of medieval barbarism. There's 'danav raj' instead of 'manav raj' here. CM has destroyed the state. Connivance b/w Police&TMC is looting the state. No other state is facing a situation like that in Bengal: WB Congress chief AR Chowdhury in Rampurhat, Birbhum pic.twitter.com/LOtlH2h5bX
— ANI (@ANI) March 24, 2022
उन्होंने कहा, हमारी मांग है कि मामले में CBI की जांच हो। बंगाल की मुख्यमंत्री आज यहां पिकनिक करने आईं थीं। हेलिकॉप्टर से आईं यहां खाना खाया और चली गईं। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री को यहां के लोगों के साथ बैठ कर उनकी बात सुननी चाहिए थी। मुझे भी यहां आने से रोका गया था, मैंने 2 घंटे धरना दिया तब जाकर मुझे यहां आने की इजाजत मिली। ये किसी के बाप का रास्ता है क्या? ममता बनर्जी के पिता जी की संपत्ति है क्या?
मालूम हो कि बीरभूम में जारी हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता ने राज्य में आर्टिकल 355 लागू करने की मांग की है। इस संबंध में राष्ट्रपति कोविंद को पत्र लिखा है।
बीते 21 मार्च को एक टीएमसी नेता की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद यहां हिंसा भड़क गई। गुस्साई भीड़ ने 5 घरों में आग लगा दी थी, जिससे 2 बच्चों सहित आठ लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई।