Bihar Vidhan Sabha: राज्यपाल के अभिभाषण पर बिहार विधानसभा में जवाब देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी सदस्यों को कहा कि आप हमारी सरकार की खूब आलोचना करें, लेकिन देश के अन्य राज्यों में जाकर बिहार पर गर्व कीजिये.
उन्होंने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर कहा कि एनसीआरबी के आंकडे़ बताते हैं कि बिहार की कानून-व्यस्था देश में बेहद अच्छी है. संज्ञीय अपराध के मामलों में बिहार 25वें स्थान पर है, जबकि आबादी के मामले में बिहार तीसरे स्थान पर है. आज विधानसभा में भाषण के दौरान उन्होंने सबसे ज्यादा शराब पर चर्चा की.
शराबबंदी पर बोलते हुए उन्होंने बार-बार दुहराया कि हम छोड़ेंगे नहीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब पकड़ने के लिए अब ड्रोन से छापेमारी करवा रहे हैं. छोड़ेंगे नहीं हमलोग. ड्रोन, हेलीकॉप्टर उड़ ही रहे हैं, अब विमान भी उड़वायेंगे, लेकिन किसी को छोड़ेंगे नहीं. जो भी गड़बड़ करने वाले हैं. ऐसे में अब सतर्क रहिये, कहीं ऐसा नहीं कि कुछ इधर-उधर मन में हो.
उन्होंने कहा कि राज्य में सबसे ज्यादा विवाद जमीन से जुडे़ मामलों में रहता है. इसे लेकर बिहार सरकार ने नए सिरे से जमीनों का सर्वे सेटलमेंट कराने की पहल शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि यह जल्द से जल्द पूरा होना बेहद जरूरी है, क्योंकि राज्य में जमीनी विवाद में सबसे ज्यादा हत्याएं हो रही हैं.
हत्याओं का वर्गीकरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आंकडे़ बताते हैं कि राज्य में जो हत्याएं होती हैं, उसमें 60 प्रतिशत हत्याएं सिर्फ जमीन विवाद में होती हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में जमीनों का सर्वे सेटलमेंट शुरू किया गया है. इसके शुरुआती चरण में कुछ चयनित जिलों के प्रखडों से इसकी शुरुआत की गई थी. अब वर्ष 2023 तक इस प्रक्रिया को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है.
उन्होंने बताया कि अपराध नियंत्रण और विधि व्यवस्था के लिए सरकार काम कर रही है. अभी संज्ञेय अपराध के मामले में बिहार में 2020 की तुलना 2021 में हत्या के मामलों में 11.14 फीसदी, दंगा के मामले में 33.16 फीसदी, फिरौती हेतु अपहरण में 11.90 फीसदी, दहेज हत्या में 4.4 फीसदी की कमी आई है. मुख्यमंत्री ने बताया कि महिला अपराध दर में बिहार का 30 वां स्थान है.
उन्होंने एनसीआरबी के डाटा का हवाला देते हुए कहा कि बिहार में देश भर के राष्ट्रीय औसत से कम महिलाओं पर अपराध हो रहा है. देश भर में महिला अपराध का राष्ट्रीय औसत 56.5 फीसदी है, जबकि बिहार में 26.3 फीसदी है. उन्होंने महिलाओं के अपराध से संबधित मामलों और राज्य में साम्प्रदायिक हिंसा से जुडे़ मामलों को लेकर कहा कि राज्य की स्थिति कई अन्य राज्यों से बेहतर है.
यह केंद्र की सालाना रिपोर्ट से साबित है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिसबल में बढ़ोतरी हुई है. करीब दस हजार पदों पर नियुक्ति होने वाली है. एक लाख की आबादी पर 115 पर बल तय किया था अब उसकी संख्या बढाई जाएगी और ज्यादा से ज्यादा पुलिस बल की तैनाती की जाएगी. 2005 में बिहार में पुलिसकर्मियों की संख्या कम थी तब आर्मी के लोगों को सुरक्षा की जिम्मेवारी दी गई थी.
25 हजार से ज्यादा बिहार में पुलिस में महिला है. इतनी महिलाएं किसी राज्य में नहीं है. महिलाओं के लिए हम बिहार में काम कर रहे हैं. हमलोग किसी भी चीज को छोड़ते नहीं है. इसी दौरान उन्होंने विपक्ष के सदस्यों की ओर से बार बार सरकार के खिलाफ टीका टिप्पणी करने पर विपक्ष को कहा कि आप हमारी सरकार के खिलाफ बोलिए, लेकिन बिहार को लेकर अंदर से गौरव कीजिये.
उन्होंने कहा कि 2005 में जब से उनकी सरकार बनी है तब से राज्य में साम्प्रदायिक सौहार्द को बनाये रखने में बिहार में बेहतरीन काम हुआ है. उन्होंने कहा कि इस दिशा में पुलिस प्रशासन ने बढ़िया काम किया है. वहीं, भाकपा- माले विधायक दल के नेता महबुब आलम के टोकने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी पार्टी का जनहित से कोई मतलब नहीं है. आपके नेता घर में बैठे रहते हैं, जानकारी लीजिये. जो हमें जानकारी दे रहे हैं वो गलत होता तो हम बताते भी नहीं है.