Bihar Vidhan Sabha 2025: आगामी 2 अक्टूबर को अपनी राजनीतिक पार्टी लॉन्च करने की तैयारी में जुटे चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर ने कहा है कि पार्टी बनने से उनकी भूमिका में कोई बदलाव नहीं आयगा। उन्होंने कहा कि पहले मैं दलों और नेताओं को सलाह देता था कि कैसे चुनाव लड़ना है, संगठन कैसे बनाना है और कैंपेन कैसे चलाना है? अब मैं वही काम बिहार के लोगों के लिए कर रहा हूं। अब मैं दल और नेताओं को छोड़कर बिहार की जनता को सलाह दे रहा हूं। पीके ने कहा कि यह देश के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि पार्टी के गठन से पहले ही एक करोड़ लोग इसके संस्थापक सदस्य बन रहे हैं और मिलकर इस दल का निर्माण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दल बनाने के बाद तो सभी करते लेकिन जन सुराज दल बनाने से पहले कर रहा है।
पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट 'वन नेशन-वन इलेक्शन' का पीके ने समर्थन करते हुए कहा कि यह देश हित में है लेकिन इसकी सफलता सरकार की मंशा पर भी निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि अगर वन नेशन-वन इलेक्शन को सही नीयत से लागू किया जाए तो यह देश के लिए काफी फायदेमंद होगा। पीके ने कहा कि मैं अपने अनुभव के आधार पर कह रहा हूं कि हर साल देश की करीब एक चौथाई जनता मतदान करती है। इस वजह से सरकार चलाने वाले लोग ज्यादातर समय चुनाव के चक्कर में फंसे रहते हैं। अगर इसे एक या दो बार किया जाए तो सरकार भी हमेशा चुनाव मोड में नहीं रहेगी।
इससे सरकार और जनता दोनों का समय और खर्च बचेगा। पीके ने कहा कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा, एक करोड़ संस्थापक सदस्य मिलकर किसी अभियान को दल बनाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी किसी व्यक्ति विशेष की नहीं बल्कि बिहार के आम लोगों की पार्टी होगी। बिहार के एक करोड़ लोग एक साथ आकर अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए, शिक्षा, रोजगार, पलायन रोकने के लिए और लालू, नीतीश और भाजपा की पिछली 30 साल की सरकारों से मुक्ति दिलाएंगे।