तिरहुत स्नातक विधान परिषद उपचुनाव में एनडीए की हार?, बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन ने राजपूतों की अनदेखी का आरोप लगाया, कहा-एक इंसान की अहंकार की भेंट चढ़
By एस पी सिन्हा | Updated: December 12, 2024 15:20 IST2024-12-12T15:19:23+5:302024-12-12T15:20:15+5:30
Bihar Tirhut MLC Election: तिरहुत स्नातक एमएलसी सीट पर उपचुनाव के लिए 5 दिसंबर को शिवहर, वैशाली, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर में मतदान हुआ।

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Bihar Tirhut MLC Election: बिहार में तिरहुत स्नातक विधान परिषद उपचुनाव में एनडीए को बुरी तरह से शिकस्त मिलने के बाद अब गठबंधन के अंदर घमासान छिड़ा हुआ है। इसी कडी में बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन ने राजपूतों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए अपनी ही पार्टी जदयू के नेताओं पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव एक इंसान की अहंकार की भेंट चढ़ गया। राजपूत समाज से आने वालीं सांसद वीणा सिंह, विधायक राजू सिंह, अरुण सिंह, अशोक सिंह, संजय सिंह की तस्वीर भी कहीं नहीं दिखी। वहीं, आनंद मोहन ने कहा कि शिक्षकों की मांगों पर सरकार को ध्यान देना चाहिए।
इसके साथ ही स्मार्ट मीटर को लेकर लोगों के बीच नाराजगी है। आनंद मोहन ने बिहार में हो रहे जमीन सर्वे को लेकर के भी सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जमीन सर्व ग्रामीणों के बीच में आपसी झगड़े की बड़ी वजह बन रही है। अपनी ही पार्टी जदयू पर भड़कते हुए आनंद मोहन ने कहा कि राजनीति में अहंकार की भाषा नहीं चलती है।
कहां चूक हुई है, जदयू और एनडीए के नेताओं को बैठकर इसकी समीक्षा करनी चाहिए। आत्ममंथन करना चाहिए। तिरहुत स्नातक सीट पर जदयू एवं एनडीए की हार बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। बता दें कि तिरहुत स्नातक एमएलसी सीट पर उपचुनाव के लिए 5 दिसंबर को शिवहर, वैशाली, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर में मतदान हुआ।
9 और 10 दिसंबर को मतगणना हुई, जिसमें निर्दलीय शिक्षक नेता वंशीधर ब्रजवासी ने जीत हासिल की। जन सुराज पार्टी के विनायक गौतम दूसरे तो राजद के गोपी किशन तीसरे नंबर पर रहे। वहीं, जदयू के अभिषेक झा को चौथे नंबर पर रहकर करारी हार का सामना करना पड़ा। यह सीट जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के इस्तीफे से खाली हुई थी।