लोकसभा चुनाव में जहां कई नेता टिकट के लिए मारामारी कर रहे हैं, वहीं बिहार में एक उम्मीदवार ने टिकट मिलने के बाद भी एनडीए को झटका दे दिया. बिहार के सीतामढ़ी से जदयू के उम्मीदवार डॉ. वरुण कुमार ने टिकट लौटा दिया है. उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर चुनाव लड़ने में असमर्थता जताते हुए अपना टिकट उन्हें सौंप दिया.
डॉक्टर वरुण ने नीतीश कुमार से मिलकर चुनाव लड़ने में असमर्थता जताई है और इसके लिए उन्होंने वजह यह बताई है कि उन्हें न तो जनता दल यूनाइटेड का और न ही भाजपा का कोई नेता बहुत महत्व दे रहा था. इस वजह से वे काफी परेशान थे. इसीलिए उन्होंने ये फैसला लिया है और नामांकन से पहले ही टिकट लौटा रहे हैं.
वहीं, डॉ. वरुण कुमार के नजदीकियों का कहना है कि उन्हें स्थानीय स्तर पर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का समर्थन नहीं मिल रहा है. जिस समय डॉ. वरुण कुमार के उम्मीदवारी की चर्चा चल रही थी, उस समय स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इसका खुलेआम विरोध किया था. यहां तक कि कई लोगों ने पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप लगाया था. विरोध के बावजूद जदयू ने डॉ. वरुण कुमार को उम्मीदवार बनाया था.