पटना: बिहार के पूर्व मंत्री श्याम रजक ने एक बार फिर जदयू का दामन थाम लिया है। पटना स्थित जदयू कार्यालय में रविवार को आयोजित मिलन समारोह के दौरान जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने श्याम रजक को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर जदयू के संजय झा ने कहा कि श्याम रजक जी के आने से जदयू को काफी मजबूती मिलेगी। श्याम रजक जमीन से जुड़े नेता हैं। नीतीश जी के साथ काम कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि हम लोगों को इनके अनुभव का लाभ मिलेगा।
इस दौरान श्याम रजक ने कहा कि नीतीश जी के प्रति मैं आभार प्रकट करना चाहता हूं। सम्मान और स्वाभिमान के साथ कभी समझौता नहीं करना चाहिए। मैंने नीतीश जी के काम को देखा है। उन्होंने समाज के हर वर्ग के लिए काम किया है। श्याम रजक ने कहा कि लेकिन, इसके पहले मैं जिनके साथ था, उन्होंने कभी भी समाज के लिए काम नहीं किया। उन्होंने समाज की जगह परिवारवाद और भ्रष्टाचार को प्राथमिकता दी। इसी को देखते हुए मैं घुटन महसूस कर रहा था और आखिरकार मैं घुटन से मुक्ति चाहता था। यही वजह है कि आज जदयू में शामिल होकर मैं स्वच्छंद महसूस कर रहा हूं।
श्याम रजक ने कहा कि राजद के लोग मुझ पर आरोप लगाते है कि मैं सत्ता के लिए जदयू में आया हूं। लेकिन, मैंने जदयू में सत्ता में रहते कुर्सी छोड़ी थी। उस वक्त कुछ ऐसी परिस्थिति थी जिसकी वजह से मैंने जदयू को छोड़ा था। आज मैं फिर से अपने घर जदयू में आ गया हूं। मुझे जो भी जिम्मेदारी मिलेगी, मैं पूरी ईमानदारी से काम करूंगा। इस बार तो साजिशों और झूठे आश्वासनों का दौर रहा, जिससे तंग आकर राजद छोड़ा है। मैं एक बार फिर जदयू में औपचारिक तौर पर आ गया हूं और फिर पार्टी के लिए विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंक दूंगा। बता दें कि जदयू में शामिल होने से पहले श्याम रजक ने राजद पर धोखा देने का आरोप लगाया था और 22 अगस्त को राजद को बाय-बाय बोल दिया था। उन्होंने पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को पत्र लिखा था और कहा था कि 'मैं शतरंज का शौकीन नहीं था....इसलिए धोखा खा गया....आप मोहरे चल रहे थे.... मैं रिश्तेदारी निभा रहा था।'